सिंदूर लगाकर महिलाओं ने मां को किया विदा, मांगा अखंड सौभाग्य का वर, शिवपुर में जयकारे के साथ हुआ प्रतिमा का विसर्जन
श्रद्धालु रीना श्रीवास्तव ने बताया कि मां दुर्गा को बेटी के समान विदा किया जाता है। यह दिन हमारे लिए बेहद खास होता है, क्योंकि जैसे बेटी अपने मायके से विदा होती है, वैसे ही मां दुर्गा को भी सिंदूर लगाकर विदा किया जाता है। आरती श्रीवास्तव और आभा श्रीवास्तव ने कहा कि धार्मिक मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा ससुराल से मायके आती हैं, इसलिए विदाई के वक्त उन्हें बेटी की तरह विदा किया जाता है।
विदाई के इस भावुक पल में श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं, लेकिन सभी को इस बात की खुशी थी कि मां दुर्गा अगले वर्ष फिर से आएंगी। इसके बाद विधिपूर्वक पूजा और आरती के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच शिवपुर के राम भट्ट तालाब में किया गया।
इस मौके पर समिति के अध्यक्ष सुशांत जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष जयंत गुप्ता, मंत्री राकेश गुप्ता, संगठन मंत्री रोहित केसरी, अमित जायसवाल, समिति के अन्य सदस्य और सैकड़ों की संख्या में स्त्री, पुरुष, और बच्चे विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुए।