श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन के अरघे में  गिरी महिला, 8 पुलिसकर्मी सस्पेंड

 
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सप्तऋषि आरती के बाद स्पर्श दर्शन के दौरान एक महिला के अरघे में गिरने और घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कार्रवाई की गई है। इस मामले में पुलिस प्रशासन के ओर से लापरवाही के आरोप में वाराणसी के 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही 3 पुलिसकर्मियों के निलंबन की प्रक्रिया उनके संबंधित जनपद के अधिकारियों को लिखित में भेजी गई है। यह कार्रवाई एसीपी सुरक्षा अमित कुमार श्रीवास्तव की जांच में लापरवाही के दोषी पाए जाने पर की गई है।

डीसीपी सुरक्षा द्वारा की गई थी जांच  

मंदिर के गर्भगृह में महिला के गिरने के बाद डीसीपी सुरक्षा ने एसीपी सुरक्षा अमित कुमार श्रीवास्तव को मामले की जांच सौंप दी। जांच के दौरान, वाराणसी के 5 पुलिसकर्मियों—सब इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र (थाना भेलूपुर), कांस्टेबल भूपेश (थाना मंडुआडीह), महिला कांस्टेबल वंदना सरोज (थाना चेतगंज), महिला कांस्टेबल सुनैना (पुलिस लाइन), और महिला कांस्टेबल प्रति (थाना चौबेपुर)  से पूछताछ की गई।

इसके साथ ही, सब इंस्पेक्टर रमाकांत राय (जनपद बलिया), सब इंस्पेक्टर अजित कुमार सिंह (जनपद आजमगढ़), और सब इंस्पेक्टर दुर्गेश यादव (जनपद गाजीपुर) से भी पूछताछ की गई, और सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई।

प्रारंभिक रिपोर्ट में मिली खामियां  

जांच रिपोर्ट में सभी 8 पुलिसकर्मी प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए हैं। एसीपी सुरक्षा ने बताया कि ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों की लापरवाही के कारण गर्भगृह में अचानक श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ गई, जिससे एक महिला अरघे में गिर गई, जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था।

डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने पुष्टि की कि वाराणसी के सभी 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा, अन्य तीन जिलों के सब इंस्पेक्टरों के निलंबन के लिए उनके जनपदों को लिखा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।