बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेकर प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने बीएचयू के 29वें कुलपति के रूप में संभाला कार्यभार, विश्वविद्यालय के समग्र विकास पर दिया बल
वाराणसी। प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी ने शुक्रवार को बीएचयू के 29वें कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. संजय कुमार से कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर उन्होंने बीएचयू के सतत विकास पर जोर दिया। साथ ही टीम भावना के साथ मिशन मोड में काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके पूर्व उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ, कालभैरव और संकटमोटन मंदिर में पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद लिया।
पदभार ग्रहण के बाद प्रो. चतुर्वेदी ने अधिकारियों के साथ पहली बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा, “हम सभी का केवल एक ही लक्ष्य होना चाहिए—काशी हिंदू विश्वविद्यालय का सतत विकास और उसकी प्रतिष्ठा को और अधिक ऊँचाई तक पहुंचाना।” बैठक के दौरान प्रो. चतुर्वेदी को विश्वविद्यालय के प्रमुख विभागों और वर्तमान कार्यों की जानकारी दी गई। पदभार ग्रहण से पूर्व प्रो. चतुर्वेदी ने बीएचयू परिसर स्थित श्री विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा मालवीय भवन जाकर महामना मदन मोहन मालवीय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ, काल भैरव और संकट मोचन मंदिर में भी दर्शन किए।
प्रो. चतुर्वेदी की नियुक्ति 31 जुलाई को हुई थी। वे आईआईटी कानपुर से बी.टेक, एम.टेक और पीएच.डी धारक हैं और पूर्व में आईआईटी रुड़की के निदेशक रह चुके हैं। उन्होंने आईआईएएस शिमला और आईआईटी मंडी में भी निदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाला है। उनका तीन दशक से अधिक का अकादमिक और प्रशासनिक अनुभव विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा। बैठक में विश्वविद्यालय के प्रशासनिक और शैक्षणिक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें कुलगुरु प्रो. संजय कुमार, छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. एस. पी. सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुषमा घिल्डियाल, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. के. के. गुप्ता, तथा अन्य गणमान्य शामिल थे।