रोपवे का पिलर बनने के बाद कहां बनेगा गिरिजा देवी का मंदिर, भक्तों में दुविधा
वाराणसी। रोप-वे को लेकर शहर में काम युद्धस्तर पर चल रहा है। शुक्रवार को गोदौलिया व उसके आसपास के क्षेत्रों में बुलडोजर चलाकर रोपवे निर्माण कार्य में पड़ रहे निर्माण को ध्वस्त किया गया। अब यहां जगह-जगह पर रोपवे के लिए पिलर खड़े कर निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी।
वहीं बताया जा रहा है कि गिरजाघर इलाके में रोप-वे का पिलर लगाने के गिरिजा देवी के प्राचीन मंदिर को भी हटाया जाएगा। मंदिर की देखरेख करने वाले परिवार के सदस्य इसके लिए राजी भी हो गए हैं, लेकिन उनमें इस बात को लेकर दुविधा बनी हुई है कि पिलर बनने के बाद मंदिर का निर्माण कौन कराएगा।
शुक्रवार को वाराणसी विकास प्रधिकरण और रोप-वे निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था के अधिकारी मौके पर जांच-पड़ताल के लिए पहुंचे थे। मंदिर परिवार के सदस्यों को बताया गया कि पिलर निर्माण के लिए मंदिर से हटाई जाने वाली प्रतिमा, पिलर का निर्माण होने तक रेवड़ी तालाब स्थित जयनारायण स्कूल के परिसर में रखी जाएगी। पिलर बनने के बाद देवी के विग्रह को पुन: प्रतिष्ठित कर दिया जाएगा। मंदिर परिवार के सदस्य इस बात के लिए राजी भी हो गए लेकिन जब उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से यह जानना चाहा कि पिलर बनने के बाद मंदिर का निर्माण कौन कराएगा तो इस बारे में उन्हें स्पष्ट उत्तर नहीं दिया गया।
वीडीए सचिव ने कहा कि मंदिर का निर्माण कार्यदायी संस्था द्वारा कराया जाएगा। जब कार्यदायी संस्था के अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना था कि मंदिर का निर्माण वीडीए द्वारा कराया जाएगा। मंदिर की देखरेख करने वाले परिवार के सदस्य सचिन यादव ने का कहना है कि एक तो प्रशासन यह स्पष्ट करे कि मंदिर का निर्माण कौन कराएगा। साथ ही यह भी स्पष्ट किया जाए कि पिलर बनने के बाद किस स्थान पर मंदिर का निर्माण होगा। यह दोनों बातें पहले से स्पष्ट नहीं होने की स्थिति में पिलर बनने के बाद मंदिर के स्थान को लेकर नया विवाद खड़ा हो सकता है। इस संबंध में जब वीडीए के सचिव वेद प्रकाश मिश्र ने बात की गई तो उन्होंने कहा कि पिलर बनने के बाद उसके निकट ही मंदिर का निर्माण वीडीए के द्वारा ही कराया जाएगा।