Varanasi Weather : अब तपेगा बनारस, दिनोंदिन बढ़ेगा तापमान, जानिये मौसम विशेषज्ञों का पूर्वानुमान 

काशी की गलियों, घाटों और सड़कों पर अब गर्मी का असर साफ नजर आने लगा है। तेज धूप और चुभती गर्म हवाओं के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे दिन चढ़ते ही घाटों और पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ का असर पूर्वांचल के मैदानी इलाकों में नहीं दिखेगा, बल्कि यह गोरखपुर, कुशीनगर समेत तराई के इलाकों तक सीमित रह सकता है। 
 

वाराणसी। काशी की गलियों, घाटों और सड़कों पर अब गर्मी का असर साफ नजर आने लगा है। तेज धूप और चुभती गर्म हवाओं के कारण लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो रहे हैं, जिससे दिन चढ़ते ही घाटों और पर्यटन स्थलों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी। पश्चिमी विक्षोभ का असर पूर्वांचल के मैदानी इलाकों में नहीं दिखेगा, बल्कि यह गोरखपुर, कुशीनगर समेत तराई के इलाकों तक सीमित रह सकता है। 

बुधवार को वाराणसी में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सड़कें, घाट और प्रमुख सार्वजनिक स्थल दिन के समय लगभग सुनसान नजर आए। लोग धूप से बचने के लिए पेड़ों की छांव, घरों की छत और दीवारों की आड़ का सहारा ले रहे हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भूभौतिकी विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आने वाले दिनों में तापमान में और इज़ाफा होने की संभावना है। गर्मी के साथ-साथ उमस भी बढ़ेगी। तापमान में दिनोंदिन इजाफा होगा। 

उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है, लेकिन उसका प्रभाव वाराणसी सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में नहीं दिखेगा। हालांकि, इसका आंशिक असर पूर्वांचल के उत्तरी हिस्सों विशेषकर गोरखपुर और आसपास के जिलों में देखने को मिल सकता है, जहां कुछ क्षेत्रों में आंधी या हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।