Varanasi Weather : काशी में झमाझम बारिश के बाद सड़कें हुईं पानी-पानी, राहगीरों को परेशानी, अगले चार दिनों तक बारिश के आसार 

रविवार की भोर में वाराणसी में गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। करीब एक घंटे तक हुई तेज बारिश के चलते बनारस की सड़कें जलमग्न हो गईं। सड़कों और गलियों पर पानी भर गया। इससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो वाराणसी में अगले चार दिनों तक बारिश के आसार हैं। हल्की से तेज बारिश हो सकती है। 
 

वाराणसी। रविवार की भोर में वाराणसी में गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। करीब एक घंटे तक हुई तेज बारिश के चलते बनारस की सड़कें जलमग्न हो गईं। सड़कों और गलियों पर पानी भर गया। इससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो वाराणसी में अगले चार दिनों तक बारिश के आसार हैं। हल्की से तेज बारिश हो सकती है। 

जिला प्रशासन और नगर निगम लगातार दावा करते रहे कि बरसात से पहले नालों और सीवर की सफाई पूरी कर ली गई है। लेकिन तेज बारिश के साथ ही सारे दावे धराशायी हो गए। दशाश्वमेध थाने के सामने सड़कों पर पानी भर गया। शहर के प्रमुख बाजारों, गलियों और घाटों पर जलभराव के कारण लोगों को आवाजाही में काफी मुश्किलें झेलनी पड़ीं। काशीवासी घुटनों तक पानी में चलकर जरूरी सामान लेने को मजबूर दिखे। कई जगहों पर दुकानों में भी पानी घुस गया, जिससे व्यापारियों को नुकसान हुआ और श्रद्धालुओं की आस्था यात्रा में बाधा उत्पन्न हुई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने पूर्व में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि श्रावण मास से पहले सीवर और नालों की साफ-सफाई पूरी कर ली जाए, ताकि बारिश के दौरान कोई परेशानी न हो। इसके बावजूद व्यवस्थाएं ध्वस्त नजर आ रही हैं। 

सवाल उठता है कि जब हर साल बरसात में यही हाल होता है, तो जिम्मेदार अधिकारी आखिर किसकी जवाबदेही तय कर रहे हैं? क्या काशीवासियों को हर साल इसी तरह बारिश में डूबकर जीना होगा? नगर निगम की लापरवाही पर अब आम जनता और व्यापारी वर्ग दोनों सवाल उठा रहे हैं। जनता को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान इस गंभीर मुद्दे पर जवाबदेही तय की जाएगी और दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।