वाराणसी पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, अफसरों को दिया निर्देश, खरीफ सीजन में किसानों को न हो खाद-सिंचाई की की दिक्कत
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को वाराणसी सर्किट हाउस में खरीफ सीजन को लेकर मंडल स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में कृषि, सहकारिता, सिंचाई, नलकूप और नहर विभाग के मंडलीय एवं जिला स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि खरीफ फसलों के दौरान किसानों को समय से खाद, बीज और सिंचाई की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाए।
कृषि मंत्री ने कहा कि अब केवल इफको ही नहीं, बल्कि जो भी प्राइवेट कंपनियों द्वारा उर्वरक की आपूर्ति जनपदों में की जा रही है, उसका 50% वितरण सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि उर्वरकों का प्रयोग मृदा परीक्षण रिपोर्ट और वैज्ञानिक सलाह के अनुसार ही करें। अनावश्यक या अधिक मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करने से न केवल खेती की लागत बढ़ती है, बल्कि मिट्टी और पर्यावरण पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
बैठक में बताया गया कि 20 जुलाई तक खरीफ सीजन में यूरिया की खपत पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। जौनपुर में 3452 मीट्रिक टन, गाजीपुर में 2171 मीट्रिक टन, वाराणसी में 2004 मीट्रिक टन और चंदौली में 1789 मीट्रिक टन यूरिया की खपत हो चुकी है। इस पर मंत्री ने किसानों को जागरूक करने और वैज्ञानिक पद्धति से उर्वरक प्रयोग के लिए व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अनुदानित यूरिया की कालाबाजारी, तस्करी और डाइवर्जन को रोकने के लिए मंडल और जनपद में संचालित सभी फैक्ट्रियों, यूरिया पंपों और अन्य उपभोक्ता केंद्रों की सघन जांच की जाए। यदि कहीं भी टेक्निकल ग्रेड यूरिया के बजाय अनुदानित यूरिया का उपयोग पाया गया तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सिंचाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए मंत्री ने निर्देश दिए कि सभी नहरों और टेल एरिया तक पानी पहुंचे। खराब नलकूपों की मरम्मत शीघ्र कर उन्हें संचालित किया जाए। साथ ही, रबी सीजन की तैयारी के लिए उर्वरकों का बफर स्टॉक एवं प्री-पोजिशनिंग भी सुनिश्चित की जाए। मंत्री ने मंडलायुक्त एस. राजलिंगम से भी मोबाइल पर वार्ता कर संबंधित विभागों की सतत समीक्षा और समन्वय सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में कृषि निदेशक शैलेन्द्र कुमार, उप निबंधक सहकारिता सोमी सिंह, जिला कृषि अधिकारी संगम सिंह, आरएम पीसीएफ पुष्पेंद्र कुशवाहा, अधीक्षण अभियंता सिंचाई जी.सी. सिंह एवं अधीक्षण अभियंता नलकूप डी.के. आर्य सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।