वाराणसी :  स्ट्रीट वेंडर्स को मिला अधिवक्ताओं को साथ, अधिकारों पर हुई चर्चा, उत्पीड़न के खिलाफ कानूनी लड़ाई का ऐलान

कमिश्नरी सभागार में रविवार को "विकसित भारत में स्ट्रीट वेंडरों के समक्ष चुनौतियां एवं समाधान" विषय पर एक महत्वपूर्ण विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय फेरी पटरी ठेला व्यवसायी संगठन द्वारा किया गया, जिसमें अधिवक्ताओं, जनप्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में पथ विक्रेताओं ने भाग लिया।
 

वाराणसी। कमिश्नरी सभागार में रविवार को "विकसित भारत में स्ट्रीट वेंडरों के समक्ष चुनौतियां एवं समाधान" विषय पर एक महत्वपूर्ण विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय फेरी पटरी ठेला व्यवसायी संगठन द्वारा किया गया, जिसमें अधिवक्ताओं, जनप्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में पथ विक्रेताओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा काशी क्षेत्र विधि प्रकोष्ठ संयोजक अधिवक्ता अनूप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 19(1)(g) और "पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण और पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम, 2014" के तहत स्ट्रीट वेंडरों को व्यापार का मौलिक अधिकार प्राप्त है। उन्होंने प्रशासन से अधिनियम की धारा 3.3 सहित सभी प्रावधानों के सख्त अनुपालन की मांग की और पुलिस द्वारा किए जा रहे कठोर व्यवहार को संविधान विरोधी करार दिया।

विशिष्ट अतिथि दी सेंट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मुरलीधर सिंह ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स को प्रतिदिन पुलिस, नगर निगम और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की अपमानजनक भाषा और व्यवहार का सामना करना पड़ता है। उन्होंने अधिवक्ताओं की ओर से आश्वासन दिया कि यदि उत्पीड़न नहीं रुका, तो कानूनी लड़ाई उच्च न्यायालय तक लड़ी जाएगी।

दी बनारस बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अवधेश सिंह ने इस अवसर पर कहा कि किसी भी राष्ट्र का असली विकास तभी माना जाएगा, जब समाज के सबसे निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति को भी गरिमा के साथ जीवन जीने का अधिकार मिले। उन्होंने अधिवक्ता समाज से आग्रह किया कि वे इस संघर्ष में साथ खड़े हों, जरूरतमंद वेंडरों के केस निशुल्क लड़ें और जनजागरण अभियान चलाएं।

गोष्ठी के दौरान संगठन की ओर से अधिवक्ताओं का माल्यार्पण, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। साथ ही प्रथम स्वच्छता शहीद प्रमोद कुमार निगम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि भी दी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेंद्र प्रसाद सिंह ने की। संयोजन मनोज कुमार, सहसंयोजन वाचस्पति मिश्रा और संचालन महासचिव अभिषेक निगम ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यवाहक अध्यक्ष हरिशंकर सिन्हा ने दिया।

अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि वेंडरों का उत्पीड़न जारी रहा तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर पार्षद मदन मोहन दूबे, राजेश मिश्रा, प्रमतेश पांडे, ओंकारनाथ तिवारी, विकास श्रीवास्तव, रंजना गौड़, मुन्ना शाह समेत सैकड़ों वेंडर और संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।