वाराणसी: बाढ़ व बरसात के बाद बढ़ने लगी स्किन की समस्याएं, भूलकर भी न करें स्टेरॉइड्स का प्रयोग, बना सकता है बीमार

 
वाराणसी। बारिश के बाद वाराणसी व इससे लगायत चंदौली, मिर्जापुर व जौनपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्किन के मरीजों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। लोग अक्सर हल्का सा बुखार या सर्दी होने पर हम सेल्फ मेडिकेशन प्रिफर करते हैं। दवा लेने में यह मनमर्जी अब बुखार के साथ स्किन डिसीजेस में भी काफी बढ़ गई है। 

लोग डर्मस प्रॉब्लम्स के लिए भी बगैर डॉक्टर को दिखाए सेल्फ मेडिकेशन ले रहे हैं और खुद के लिए मुसीबतें और बढ़ा रहे हैं। डर्मल प्रॉब्लम्स के लिए दी जाने वाली टैबलेट्स में स्टेरॉइड्स होते हैं जो बड़ा नुकसान कर सकते हैं। डर्मेटोलॉजिस्ट बताते हैं कि इस तरह से सेल्फ मेडिकेशन आपके स्किन को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। 

जानकर बताते हैं कि टैबलेट और क्रीम में मिले स्टेरॉइड्स ह्यूमन बॉडी पर कई कई साइड इफेक्ट करते हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में स्टेरॉइड्स मौजूद होते हैं, जिनकी वजह से काले धब्बे, मुहांसे, फंगल इन्फेक्शन होने के चांसेस होते हैं। डर्मल लेयर्स में मौजूद फंगस इनसे रेजिस्टेंट हो जाता है और फिर उस पर टैबलेट भी मुश्किल से असर करती हैं। कई मामलों में एंटीफंगल टैबलेट का हैवी डोज भी बेअसर हो जाता है। इससे 15 दिन में ठीक होने वाली बीमारी 2 महीनों में भी पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाती। 

मार्केट में इन स्टेरॉइड्स की भरमार

मार्केट में यानी मेडिकल स्टोर पर स्टेरॉइड्स आसानी से मौजूद हैं, जो कि बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के आपको आसानी से मिल जाते हैं। बनारस के मार्केट में धड़ल्ले से बिक रही स्टेरॉइड्स में बेटामेथासोन, डेक्सामेथासोन, हाइड्रोकुइन एक साथ टर्बिनाफाइन व मोमेटासोन आदि मौजूद हैं। 

बरसात में इन बातों का रखें खास ध्यान
-    साफ सफाई रखें।
-    बहुत तंग कपड़े न पहनें।
-    डेली एक्सरसाइज़ करें।
-    फ्रिक्वेन्टली प्रॉपर हैंडवाश करें।

ये हैं डर्मल प्रॉब्लम के मुख्य कारण
-    पसीना
-    डायबिटीज
-    कपड़ों में लम्बे समय तक नमी
-    मोटापा और अनहाईजीनिक लाइफस्टाइल।

स्टेरॉइड्स के ओवरडोज से होती हैं ये समस्याएं
-    स्किन पतली होना
-    हेयर फॉल
-    रिंक्ल्ड स्किन
-    इस्तेमाल बंद करने से कीलमुहासों का बढ़ना।