वाराणसी: मिर्जामुराद में भेड़िये के हमले की अफवाह निकली गलत, सियार की पहचान से ग्रामीणों में फैला डर

 
वाराणसी। मिर्जामुराद क्षेत्र के बंशीपुर (राजपुर) गांव में भेड़िये के हमले से लोगों के घायल होने की खबर गलत साबित हुई। वन विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को कई गांवों में जाकर जांच की, जिसमें पता चला कि क्षेत्र में सियार की उपस्थिति है, लेकिन भेड़िये का कोई निशान नहीं मिला।

वाराणसी वन प्रभाग को मिर्जामुराद के स्थानीय लोगों और ग्राम प्रधान अभिमन्यु द्वारा सूचना मिली थी कि वंशीपुर गांव में जंगली जानवर ने नितेश यादव, पुत्र घनश्याम यादव, निवासी वंशीपुर को काटकर घायल कर दिया है। इस सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उप क्षेत्रीय वन अधिकारी राजकुमार गौतम, वन दरोगा संतोष कुमार, वैभव श्रीवास्तव और वन रक्षक संजय कुमार की टीम को मौके पर भेजा गया। 

वन विभाग की टीम ने घायल व्यक्ति से संपर्क कर पूरी घटना की जानकारी ली। नितेश यादव ने बताया कि 9-10 सितंबर की रात को एक जंगली जानवर ने उन्हें काट लिया और उनके मवेशियों पर भी हमला किया। उनकी बांह पर काटे जाने के निशान पाए गए।

प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा क्षेत्र में गहन जांच की गई। इस दौरान कुत्ते, बिल्ली और सियार के पदचिह्न मिले और एक सियार भी दिखाई दिया। इससे स्पष्ट हुआ कि नितेश यादव को सियार ने ही काटा था। 

ग्रामीणों में भेड़िये के हमले का डर फैल गया था, लेकिन जांच के दौरान भेड़िये की उपस्थिति का कोई प्रमाण नहीं मिला। मौके पर केवल सियार के पदचिह्न पाए गए और उसे धान के खेत में भागते देखा गया। वन विभाग ने ग्रामीणों को सलाह दी कि वे रात के अंधेरे में अकेले बाहर निकलने से बचें।