वाराणसी : शासन तक पहुंचा सिगरा में सड़क धंसने का मामला, प्रमुख सचिव ने मांगी हर घंटे की अपडेट, अफसरों की जिम्मेदारी तय
वाराणसी। शहर के पाश इलाका माने जाने वाले सिगरा में मुख्य सड़क अचानक धंसने का मामला शासन तक पहुंच गया है। प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है। वहीं मरम्मत कार्य के हर घंटे की फोटो मांगी है। 36 घंटे बाद भी मरम्मत कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है। प्रमुख सचिव ने जल्द काम पूरा कर आवागमन बहाल करने के निर्देश दिए हैं। ताकि शहर में जाम की समस्या को दूर किया जा सके।
पाइपलाइन लीकेज के चलते सिगरा की सड़क 20 फीट धंस गई। सड़क पर बीच में करीब 10 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया। प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान ने मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता एके द्विवेदी और प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता केके सिंह से जानकारी ली और निर्माण कार्य के प्रगति की हर घंटे की फोटो लखनऊ भेजने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए जल्द मरम्मत कार्य पूरा कराकर आवागमन शुरू करने का निर्देश दिया। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन केके सिंह के अनुसार जलकल विभाग पाइपलाइन की मरम्मत का काम करवा रहा है। सड़क के रेस्टोरेशन का काम भी जलकल ही करेगा। पिछले साल फरवरी-मार्च में ही दो करोड़ से सड़क बनवाई गई थी।
रिस्क जोन में शहर की कई सड़कें
पेयजल पाइपलाइन जर्जर होने की वजह से नरिया से बीएचयू और सुंदरपुर सब्जी मंडी से भिखआरीपुर तक की सड़कें सबसे ज्यादा रिक्त जोन में हैं। 50 वर्ष पुरानी पाइपलाइन में कई स्थानों पर लीकेज भी देखा गया है। यातायात का दबाव जिन चौराहों और तिराहों पर ज्यादा है, वहां की सड़कें सबसे अधिक रिस्क जोन में हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक राजेंद्र विहार कालोनी, कैलाशपुरी मोड़, नरिया, गांधी नगर, रोहित नगर आदि इलाके की सड़कें ज्यादा रिस्क में हैं।