वाराणसी में साइबर अपराधियों पर कसा शिकंजा, 25 गिरफ्तार, 2 करोड़ की ठगी रोकी गई, पुलिस कमिश्नर ने की समीक्षा

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने साइबर थाना एवं साइबर सेल की वार्षिक कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने साइबर अपराध की रोकथाम और त्वरित कार्रवाई हेतु आवश्यक निर्देश जारी किए। साइबर थाना पुलिस की ओर से जालसाजों पर प्रभारी कार्रवाई की जा रही है। 25 को गिरफ्तार करने के साथ ही 2 करोड़ रुपये की ठगी रोकी गई। 

 

वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने साइबर थाना एवं साइबर सेल की वार्षिक कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने साइबर अपराध की रोकथाम और त्वरित कार्रवाई हेतु आवश्यक निर्देश जारी किए। साइबर थाना पुलिस की ओर से जालसाजों पर प्रभारी कार्रवाई की जा रही है। 25 को गिरफ्तार करने के साथ ही 2 करोड़ रुपये की ठगी रोकी गई। 

साइबर क्राइम की टीम ने 25 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इसमें 10 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। 2 करोड़ की साइबर ठगी को समय रहते रोकने में सफलता हासिल करते हुए धनराशि अपराधियों के खातों में जाने से पहले फ्रीज कर दी गई। 288 संदिग्ध मोबाइल नंबरों की तकनीकी जांच के बाद उन्हें ब्लॉक किया गया, जिससे वित्तीय धोखाधड़ी की घटनाओं पर अंकुश लगा। पुलिस सोशल मीडिया पर 110 से अधिक फर्जी प्रोफाइल हटवाए गए, पीड़ितों को राहत प्रदान की गई। 48 से अधिक साइबर जागरूकता शिविरों का आयोजन कर 5000 से अधिक छात्र-छात्राओं व नागरिकों को साइबर सुरक्षा के उपाय बताए गए। 

पुलिस कममिश्नर ने निर्देशित किया कि लंबित मामलों में शीघ्र विवेचना पूरी की जाए, गिरफ्तार अपराधियों की चल-अचल संपत्तियों की जब्ती की कार्रवाई करें। स्थायी निगरानी हेतु अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली जाए। साथ ही, पुलिसकर्मियों को आधुनिक साइबर अपराधों की Modus Operandi और उनके रोकथाम उपायों पर प्रशिक्षण देने पर भी बल दिया गया। बैठक के माध्यम से पुलिस प्रशासन ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि साइबर अपराध के खिलाफ “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाते हुए आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।