वाराणसी: संत रविदास की सबसे ऊंची प्रतिमा का पीएम कर सकते हैं लोकार्पण, पांच वर्ष पूर्व रखी थी आधारशिला

 

वाराणसी। सीर गोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर परिसर में रविवार को संत रविदास की 25 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा 9 फीट चौड़े और 10 फुट ऊंचे चबूतरे पर स्थापित कर दी गई है। 3000 किलोग्राम वजनी इस कांस्य प्रतिमा का निर्माण ललित कला अकादमी ने कराया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस माह रविदास जयंती के अवसर पर प्रतिमा का लोकार्पण कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने संत रविदास जयंती पर 2019 में संत रविदास मंदिर के सुंदरीकरण के लिए 50 करोड़ रुपये देने की घोषणा करते हुए प्रतिमा की आधारशिला रखी थी। वाराणसी विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने एक करोड़ रुपये की लागत से मंदिर परिसर की बाउंड्री कराई है। प्रतिमा स्थापित करने के लिए 10 फीट ऊंचा चबूतरा 50 लाख रुपये में बनवाया गया है। मंदिर का 3.6 एकड़ जमीन में विस्तार होना है। सत्संग हाल बनकर तैयार हो गया है। मंदिर पहुंचने में संत अनुयायियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए हाईवे से सीधी सड़क बनाने, पार्क, लाइब्रेरी समेत अन्य विकास कार्य तेजी से चल रहा है।

संत रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास की देश की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित होने से यहां आने वाले उनके अनुयायियों को अलग अनुभूति होगी। रविदास मंदिर में दर्शन पूजन करने वालों में हर्ष का माहौल है।