वाराणसी: शहर से हटेंगी पुरानी डीजल वाली बसें, जाम और प्रदूषण मुक्त बनेगा बनारस, 57 चौराहों पर लगेंगे टाइमर वाले ट्रैफिक सिग्नल
वाराणसी। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने को गुरुवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल और जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की अध्यक्षता में यातायात व्यवस्था की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मंडुआडीह चौराहे का विस्तार, भिखारीपुर चौराहे का चौड़ीकरण, रथयात्रा-गुरुबाग-लक्सा और कमच्छा-निमामाई-हनुमान मंदिर-रथयात्रा मार्ग को चौड़ा करने तथा कैंट रेलवे स्टेशन के सामने की सड़क को जाम मुक्त बनाने पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
बैठक में यह भी प्रस्ताव रखा गया कि शहर के भीतर स्थित रोडवेज और निजी बस स्टैंडों को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाए, ताकि यातायात का दबाव कम हो सके। साथ ही, बस चालकों को रूट डायवर्जन के नियमों का सख्ती से पालन कराने और सड़कों पर अनुबंधित बसों को खड़ा न करने के निर्देश दिए गए। डीजल से चलने वाली पुरानी बसों को हटाकर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करने पर भी विचार किया गया ताकि शहर को जाम और प्रदूषण से निजात मिले।
शहर के प्रमुख 57 चौराहों पर टाइमर युक्त ट्रैफिक सिग्नल लगाने के प्रस्ताव पर भी सहमति जताई गई। जिलाधिकारी ने पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को रथयात्रा-गुरुबाग-लक्सा मार्ग और मलदहिया से लहुरावीर तक का एस्टिमेट तैयार कर शासन को भेजने का निर्देश दिया। साथ ही, कैंट रेलवे स्टेशन के पास अतिक्रमण हटाकर पैचिंग वर्क करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि जहाँ कहीं अतिक्रमण हटाने या स्थानांतरण का कार्य हो रहा है, संबंधित लेखपाल को सूचित करना आवश्यक है।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि शहर में जहां भी यातायात सुधार के कार्य हो रहे हैं, उसकी फोटो ली जानी चाहिए। बैठक में अपर पुलिस कमिश्नर एस.चिनप्पा, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, वीडीए के वीसी पुलकित गर्ग, एडीएम सिटी आलोक वर्मा सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।