वाराणसी : अब आनलाइन सीखें संस्कृत कर्मकांड, सर्टिफिकेट के साथ डिप्लोमा के 10 कोर्स की होगी शुरुआत
वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से अब संभाषण व कर्मकांड के कोर्स की आनलाइन पढ़ाई होगी। सर्टिफिकेट व डिप्लोमा के 10 कोर्स संचालित किए जाएंगे। इसके लिए विश्वविद्यालय में आनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत की जा चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों सात जुलाई को इसके लोकार्पण की संभावना है।
खास यह कि संस्कृत छात्रों के साथ ही आम जनता, नौकरीपेशा और गृहिणियां भी इस केंद्र से जुड़कर आनलाइन संस्कृत संभाषण व अन्य विधाएं सीख सकती हैं। कोविड काल में आनलाइन शिक्षण व्यवस्था ने आम जनता के लिए संस्कृत सीखने का रास्ता खोल दिया। विश्वविद्यालय के प्रस्ताव को प्रदेश सरकार ने स्वीकृति देने के साथ ही एक करोड़ 16 लाख 50 हजार रुपये भी जारी कर दिए। इसके तहत संस्कृत के तीन और छह माह के कोर्स के साथ ही छह माह का डिप्लोमा भी चलाया जाएगा। आनलाइन प्रशिक्षण केंद्र की फीस भी बेहद सामान्य होगी।
इन पाठ्यक्रमों की होगी पढ़ाई संस्कृत भाषा शिक्षण, अर्चक कर्मकांड, ज्योतिष, वास्तु विज्ञान, व्याकरण, दर्शन, वेदांत, योग और वेद शामिल किए गए हैं। आने वाले समय में संस्कृत व्याकरण, इतिहास, ग्रंथालय और विज्ञान जैसे विषयों को भी शामिल किया जाएगा। आनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण केंद्र के चलते संस्कृत के विद्वानों व शिक्षकों को भी पहचान मिलेगी। योजना के मुताबिक संस्कृत विश्वविद्यालय के नियमित शिक्षकों के साथ राज्य विश्वविद्यालयों, निजी विश्वविद्यालयों, राजकीय महाविद्यालयों, अशासकीय अनुदानित महाविद्यालयों और स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के नियमित शिक्षकों को भी शिक्षण में शामिल किया जाएगा। ज्योतिष, योग और वेदांत के बड़े विद्वानों को भी विशेष कक्षाओं के लिए आमंत्रित किया जाएगा।