वाराणसी में भीड़ प्रबंधन के लिए नगर निगम का बड़ा कदम, पांच शीर्ष कंपनियों का चयन, सुरक्षित और सुगम यातायात का बनाएंगे रोड मैप

काशी की संकरी गलियों और ऐतिहासिक महत्व वाले इस शहर में भीड़ प्रबंधन को और प्रभावी बनाने के लिए वाराणसी नगर निगम ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के सहयोग से शुरू किए गए सस्टेनेबल सिटीज चैलेंज के तहत पांच शीर्ष वैश्विक कंपनियों को भीड़ प्रबंधन के लिए चुना गया है। इन कंपनियों का चयन 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ग्लोबल चैलेंज के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य वाराणसी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुगम आवागमन सुनिश्चित करना है।
 

वाराणसी। काशी की संकरी गलियों और ऐतिहासिक महत्व वाले इस शहर में भीड़ प्रबंधन को और प्रभावी बनाने के लिए वाराणसी नगर निगम ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के सहयोग से शुरू किए गए सस्टेनेबल सिटीज चैलेंज के तहत पांच शीर्ष वैश्विक कंपनियों को भीड़ प्रबंधन के लिए चुना गया है। इन कंपनियों का चयन 3 मिलियन अमेरिकी डॉलर के ग्लोबल चैलेंज के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य वाराणसी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुगम आवागमन सुनिश्चित करना है।

चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से विकसित इस पहल में सतत डिज़ाइन, मोबिलिटी डेटा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), नगरीय योजना और मानव-केंद्रित डिज़ाइन के क्षेत्र में नवाचार करने वाली कंपनियों को शामिल किया गया है। वाराणसी, जो भारत के सबसे पुराने और पवित्र शहरों में से एक है, हर साल करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस भीड़ को व्यवस्थित करने और संकरी गलियों में सुरक्षा व पहुंच में सुधार लाने के लिए यह पहल शुरू की गई है।

चयनित पांच कंपनियां और उनके समाधान
1.    आर्केडिस: यह वैश्विक स्तर पर प्राकृतिक और कृत्रिम संपत्तियों के लिए सतत डिज़ाइन और इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करने वाली अग्रणी कंपनी है। यह वाराणसी में भीड़ प्रबंधन के लिए इंटेलिजेंट और सतत समाधान पेश करेगी।
2.    सिटीडेटा इंक: यह बिग डेटा और एआई आधारित कंपनी है, जो 'सिटी फ्लो' नामक समाधान के जरिए स्मार्ट, सुरक्षित और सतत शहरी वातावरण को बढ़ावा देगी। यह समाधान भीड़ प्रबंधन में डेटा-संचालित दृष्टिकोण को अपनाएगा।
3.    वोजिक एआई: यह भारत की पहली एआई-आधारित हाइपरलोकल और समुदाय-प्रथम पैदल यात्री मार्गदर्शन प्लेटफॉर्म है। यह वीडियो डेटा को रीयल-टाइम इंटेलिजेंस में बदलकर नागरिकों को सुरक्षित वैकल्पिक रास्तों का मार्गदर्शन प्रदान करेगी और नगर निगम को भीड़ प्रबंधन के लिए रीयल-टाइम डेटा उपलब्ध कराएगी।
4.    प्रमेया कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड: यह नगरीय योजना और रणनीति क्षेत्र की कंपनी है, जिसने 'नई चाल' नामक एक फिजिटल (भौतिक और डिजिटल) एआई इकोसिस्टम प्रस्तुत किया है। इसमें चैटबॉट, नेविगेशन ऐप, मार्गदर्शन संकेतक और मोबिलिटी डैशबोर्ड शामिल हैं, जो सुरक्षा और समावेशिता को बढ़ावा देंगे।
5.    द अर्बनाइज़र: यह नगरीय डिज़ाइन और आर्किटेक्चर क्षेत्र की अग्रणी भारतीय कंपनी है। यह डेटा-संचालित और मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ रंग-कोडेड मार्ग सूचक संकेतों, डिजिटल संकेतों और टैक्टिकल अर्बनिज़्म रणनीतियों के जरिए भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाएगी।

चयन प्रक्रिया और वित्तपोषण
टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन ने पहले 10 सेमी-फाइनलिस्ट कंपनियों को 6 महीने में अपनी परिकल्पनाएं विकसित करने के लिए आमंत्रित किया था। विशेषज्ञ निर्णायकों के पैनल ने प्रभावशीलता, डेटा समर्थन, उन्नयन की क्षमता और टीम की योग्यता जैसे मानदंडों के आधार पर पांच फाइनलिस्ट का चयन किया। प्रत्येक फाइनलिस्ट को अपने समाधानों के परीक्षण और प्रदर्शन के लिए 1 लाख 30 हजार अमेरिकी डॉलर का वित्तपोषण प्रदान किया जाएगा।

नगर निगम और टोयोटा का दृष्टिकोण
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने कहा, "सस्टेनेबल सिटीज चैलेंज के माध्यम से वाराणसी वैश्विक स्तर पर एक मिसाल पेश कर रहा है कि ऐतिहासिक शहर अपनी मूल पहचान को बनाए रखते हुए नवाचार को कैसे अपना सकते हैं। इन पांच कंपनियों के समाधान वाराणसी में भीड़ प्रबंधन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों को बेहतर सुविधा मिलेगी।"

टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के कार्यकारी कार्यक्रम निदेशक प्रस गणेश ने कहा, "वाराणसी सस्टेनेबल सिटीज चैलेंज की यह यात्रा प्रेरणादायक है। चयनित कंपनियां न केवल सुरक्षित और सुगम आवागमन सुनिश्चित करेंगी, बल्कि वाराणसी जैसे घने शहर में भीड़ प्रबंधन के लिए एक मॉडल स्थापित करेंगी।"