वाराणसी: तीन महीने से शिवपुर से गायब है नाबालिग छात्रा, परिजनों ने महिला संगठन के साथ डीएम कार्यालय का किया घेराव, पीएम व सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

 
-    आरोप- शिवपुर थाने ने FIR लिखने के लिए 4 हजार रुपए लिए

-    सीबीआई जांच के लिए बुलंद की आवाज़, जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने दिया आश्वासन

वाराणसी। शिवपुर थाना अंतर्गत दानियालपुर की रहने वाली नाबालिग छात्रा ख़ुशी पाल के पिछले कई दिनों से लापता होने के मामले में परिजनों ने बुधवार को डीएम पोर्टीगो में जमकर हंगामा किया। परिजनों के साथ महिला संगठन ने प्रतिरोध मार्च निकालकर जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने जिलाधिकारी एस० राजलिंगम व जॉइंट पुलिस कमिश्नर के० एजिलरसन को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जॉइंट सीपी ने ज्ञापन को संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही के लिए एडीसीपी टी० सरवरणन को जांच के आदेश दिए हैं। 

दखल एवं ऐपवा संगठन ने ने इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पुलिस पर लेटलतीफी का आरोप लगाया है। अधिकारियों को दिए ज्ञापन में मांग किया गया है कि छात्रा खुशी पाल को जल्द से जल्द सुरक्षित वापस लाया जाए। पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले और तत्काल कार्यवाही करे। सीबीआई जांच के आदेश दिए जाएं ताकि मामले की गहराई से जांच हो सके। इसके साथ ही खुशी पाल के परिवार को सुरक्षा और समर्थन प्रदान किया जाए। 

संगठन के पदाधिकारियों ने मांग किया है कि नाबालिग छात्रा ख़ुशी पाल पिछले 12 अप्रैल से लापता है। पुलिस अभी तक उसका पता नहीं लगा पायी है। इसे लेकर हम लोगों ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर छात्रा की बरामदगी व मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। 

छात्रा की मां अभिलाषा पाल ने कहा कि क्षेत्र के एक लड़के शिव पाल का ख़ुशी पाल से झगड़ा हुआ था। उसी ने उसे गाली गलौज देते हुए गायब करने की धमकी दी थी। इसके बाद से ही बेटी गायब है। शिव पाल कई दिनों से अपने घर पर था, लेकिन पुलिस उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं की है। 

ऐपवा महिला संगठन की प्रदेश सचिव कुसुम वर्मा ने कहा कि तीन महीने से नाबालिग बच्ची गायब है, लेकिन पुलिस प्रशासन अपने ककानों में तेल डालकर बैठा हुआ है। मौके पर पुलिस ने छानबीन नहीं किया। महिला संगठन के लोगों ने जब जिलाधिकारी से शिकायत की, तब पुलिस ने वहां पहुंच छानबीन किया। हमें शक है कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। इस मामले में शिवपुर थाने की संलिप्तता है। अगर हमारी मांगें नहीं सुनी गई तो आगे और भी बड़ा प्रदर्शन करेंगे। जिलाधिकारी ने इस मामले पर कुछ नहीं बोला है। हमने इस मामले में CBI जांच की मांग की है। पुलिस ने अब तक FIR के लिए 4 हजार रुपए वसूले हैं। 

इस मामले में जॉइंट पुलिस कमिश्नर डॉ० के० एजिलरसन का कहना है कि हमने थानाध्यक्ष से बात किया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि शाम तक इस मामले में कुछ एक्शन लेंगे। 1-2 दिन में इस मामले में पुलिस को कामयाबी मिलने की उम्मीद है। 

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से इंदु पांडे, नीति, मैत्री, पूनम, जागृति राही,नंदलाल मास्टर, सोनी, अनीता, रेनू, सपना, महेंद्र, दीक्षा, सना,अनुज,अश्वनी, धनशिला, चिंतामणि जी, स्मिता, डॉ नूर, मुन्ना राय, एडवोकेट प्रेम प्रकाश, फातमा, सुनीता, सोनी, नैना, विभा, सुतपा, प्रेम,अनूप, इप्शिता, आशना, काजल, जगन्नाथ कुशवाहा, छेदी लाल , नीरज, धनंजय, सुनिधि, बनारस के तमाम  छात्र छात्राएं, संगठन दखल, NSUI, JAC, एपवा, सांझा संस्कृति मंच, हमसफर, लोक चेतना समिति, लोक समिति, मनरेगा मजदूर यूनियन, आयशा इत्यादि शामिल रहे।