वाराणसी : ट्रेन में बम की फर्जी सूचना देकर मचाया हड़कंप, सलाखों के पीछे पहुंचा आरोपी, लगेगा रासुका
वाराणसी। ट्रेन में बम होने की फर्जी सूचना देकर यात्रियों में दहशत फैलाने और रेलवे परिचालन में बाधा उत्पन्न करने वाले आरोपी को जीआरपी ने कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 10/11 से गिरफ्तार किया। उसके पास वह मोबाइल भी बरामद किया गया, जिससे उसने कंट्रोल रूम को सूचना दी थी। उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए न्यायालय में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया गया। आरोपी के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) लगाने की तैयारी है, ताकि दोबारा कोई इस तरह की हरकत न कर सके।
सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह ने बताया कि 2 जून को एक व्यक्ति ने कंट्रोल रूम को फोन कर काशी एक्सप्रेस और कामायनी एक्सप्रेस में बम होने की सूचना दी थी। इसको गंभीरता से लेते हुए ट्रेनों को रोककर तलाशी ली गई। हालांकि कुछ नहीं मिला। सर्च ऑपरेशन के चलते ट्रेन घंटों खड़ी रही। इससे न सिर्फ यात्रियों को परेशानी हुई, बल्कि परिचालन भी प्रभावित हो गया था। जांच में सूचना फर्जी पाई गई, जिसके आधार पर जीआरपी कैंट थाने में अभियोग संख्या 146/25 धारा 353, 351(4), व 217(2) बीएनएस के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। विवेचना के दौरान सर्विलांस टीम की मदद से आरोपी की पहचान और लोकेशन का पता लगाया गया।
उन्होंने बताया कि जीआरपी टीम ने आरोपी राजेश शुक्ला हाल निवासी प्रतिक्षानगर, कोलीबारा, मुंबई और मूल निवासी ग्राम दियांवा महादेव, थाना मछलीशहर, जिला जौनपुर को कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 10-11 पर फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों के पास से गिरफ्तार किया। उसके पास से वह कीपैड मोबाइल भी बरामद किया गया, जिससे फर्जी कॉल की गई थी। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने बेवजह परेशान करने के उद्देश्य से ही कंट्रोल रूम को फोन कर दिया था। जीआरपी ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए आरोपी को न्यायालय भेज दिया। आरोपी के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।