वाराणसी : अवैध प्लॉटिंग पर लगेगी लगाम, लेखपाल करेंगे निगरानी, बिना स्वीकृति लेआउट बनाने वाले डेवलपर्स पर भी होगी कार्रवाई 

जिले में बढ़ती अवैध प्लॉटिंग पर शिकंजा कसेगा। लेखपाल और एसडीएम इस पर प्रभावी रोक लगाने में मददगार बनेंगे। वीडीए उपाध्यक्ष ने इसको लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों संग मीटिंग की। उसमें अवैध प्लाटिंग पर लगाम के लिए रणनीति तैयार की गई। बिना स्वीकृति लेआउट बनाने वाले डेवलपर्स पर भी कार्रवाई होगी।  
 

वाराणसी। जिले में बढ़ती अवैध प्लॉटिंग पर शिकंजा कसेगा। लेखपाल और एसडीएम इस पर प्रभावी रोक लगाने में मददगार बनेंगे। वीडीए उपाध्यक्ष ने इसको लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों संग मीटिंग की। उसमें अवैध प्लाटिंग पर लगाम के लिए रणनीति तैयार की गई। बिना स्वीकृति लेआउट बनाने वाले डेवलपर्स पर भी कार्रवाई होगी।  

बीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग की सूचना मिलती है तो संबंधित तहसील के लेखपाल मौके पर पहुंचकर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करें। साथ ही इसकी जानकारी बीडीए को दी जाए, ताकि अवैध प्लॉटिंग पर रोक लगाते हुए सख्त कदम उठाए जा सकें।

उन्होंने कहा कि भविष्य में आम जनता को किसी भी अवैध प्लॉटिंग में पैसा लगाने से पहले पूरी जानकारी करनी चाहिए। बिना बीडीए से स्वीकृत लेआउट के प्लॉट खरीदना जोखिम भरा हो सकता है। कई बार बिना स्वीकृति के विकसित किए गए प्लॉट बाद में विवाद और नुकसान का कारण बनते हैं।

बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि तहसील स्तर पर नियमित निगरानी की जाए और 25 से 30 वर्ष पुराने अभिलेखों को ध्यान में रखते हुए अवैध विकास कार्यों की पहचान की जाए। बीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि अवैध प्लॉटिंग से न केवल शासन को राजस्व की हानि होती है, बल्कि आम नागरिकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

उन्होंने चेतावनी दी कि बिना स्वीकृति लेआउट तैयार करने वाले डेवलपर्स और दलालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ने पर प्लॉट खरीदने-बेचने की गतिविधियों पर भी रोक लगाई जा सकती है। प्रशासन के इस फैसले से अवैध प्लॉटिंग पर प्रभावी नियंत्रण की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे शहर का नियोजित विकास सुनिश्चित हो सकेगा।