वाराणसी :  विरोध के बीच असि नदी की कराई गई नापी, ध्वस्त होगा अवैध अतिक्रमण 

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की सख्ती के बाद असि नदी के संरक्षण को लेकर नगर निगम व जिला प्रशासन सचेत हो गया है। सोमवार को स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद नदी की नापी कराई गई। कंचनपुर समेत आसपास के इलाके में नापी के दौरान अवैध निर्माण चिह्नित किया गया है। यदि अतिक्रमणकारियों ने इसे स्वतः नहीं हटाया तो नगर निगम प्रशासन ध्वस्त कराएगा। सख्ती के बाद लोगों में खलबली मची है। 
 

वाराणसी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की सख्ती के बाद असि नदी के संरक्षण को लेकर नगर निगम व जिला प्रशासन सचेत हो गया है। सोमवार को स्थानीय लोगों के विरोध के बावजूद नदी की नापी कराई गई। कंचनपुर समेत आसपास के इलाके में नापी के दौरान अवैध निर्माण चिह्नित किया गया है। यदि अतिक्रमणकारियों ने इसे स्वतः नहीं हटाया तो नगर निगम प्रशासन ध्वस्त कराएगा। सख्ती के बाद लोगों में खलबली मची है। 

एनजीटी की सख्ती के बाद मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने कमिश्नरी सभागार में पर्यवेक्षणीय एवं मंडलीय पर्यावरण समिति की बैठक की थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि असि नदी से बिना शोधन के जल गंगा नदी में कदापि न गिरे और नाले पर अतिक्रमण हटवाया जाए। फिलहाल नाले का सर्वे प्रारंभ हो गया है और अभी तीन और चार मीटर नाले की नापी चल रही है। नगर निगम की टीम पहुंची तो कंचनपुर इलाके में लोगों ने इसका विरोध किया। विरोध के बाद भी टीम नापी कर वहां से वापस लौट गई। इसके बाद कौशलेस नगर इलाके में टीम पहुंची। नदी की नापी कर अवैध कब्जा करने वालों से कब्जा हटाने के लिए टीम ने निर्देशित किया। यदि अवैध कब्जा मंगलवार से तोड़कर नहीं हटाएंगे तो नगर निगम प्रशासन एक्शन लेगा। 

नरिया इलाके में निजी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य और प्रधान प्रबंधक को बुलाकर नदी के पथ पर अतिक्रमण करने की जानकारी दी गई। इस पर विद्यालय प्रबंधन ने अवैध निर्माण को तोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय टीम से मांगा है लेकिन, टीम ने इनकार कर दिया। अवैध अतिक्रमण को तोड़ने के लिए मंगलवार की सुबह से अभियान शुरू होगा। टीम में अपर नगर आयुक्त राजीव राय, एसडीएम नगर निगम अमित शुक्ला, नायब तहसीलदार शेषनाथ यादव के साथ नगर निगम के कर्मचारी शामिल रहे।