वाराणसी : कई दिन वृद्धि के बाद स्थिर हुआ गंगा का जलस्तर, घाटों का संपर्क टूटा
- काशी विश्वनाथ धाम के ललिता घाट तक पहुंचा पानी, छोटे-छोटे मंदिर जलमग्न
- 62.88 मीटर पर है जलस्तर, तटवर्ती इलाके के लोग बाढ़ के खतरे से सशंकित
- पहाड़ों पर झमाझम बारिश से बढ़ा पानी, केंद्रीय जल आयोग कर रहा निगरानी
वाराणसी। गंगा के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि शुक्रवार को थम गई। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार की सुबह गंगा का जलस्थर स्थिर पाया गया। गंगा का जलस्तर 62.88 मीटर पर है। गंगा में पानी बढ़ने से घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। वहीं श्री काशी विश्वनाथ धाम से ललिता घाट तक पानी पहुंच चुका है। ऐसे में सतर्कता बढ़ा दी गई है।
पहाड़ों पर इन दिनों झमाझम बारिश हो रही है। इसके चलते गंगा के जलस्तर में पिछले दो-तीन दिनों से तेजी से वृद्धि हो रही थी। जलस्तर पिछले एक सप्ताह में 58 मीटटर से बढ़कर 63 मीटर के करीब पहुंच गया। वहीं शुक्रवार को जलस्तर स्थिर हो गया। सुबह के वक्त गंगा में पानी स्थिर रहा। गंगा में पानी बढ़ने से दशाश्वमेध व अस्सी घाट के आरती स्थल डूब चुके हैं।
गंगा में पानी बढ़ने से वाराणसी के लगभग 30 घाटों का आपसी संपर्क टूट चुका है। अब लोग घाटों के रास्ते यहां से वहां नहीं जा सकता। जलस्तर में वृद्धि से आसपास के लोग सशंकित हैं। केंद्रीय जल आयोग, एनडीआरएफ और जल पुलिस की टीम गंगा के जलस्तर की लगातार निगरानी कर रही है। घाटों किनारे सतर्कता बरती जा रही है।