वाराणसी: गंगा के जलस्तर में गिरावट जारी, 24 घंटे में दो फीट पीछे हटा पानी, सिल्ट से लोगों की बढ़ रहीं दुश्वारियां

 

वाराणसी। जनपद में गंगा के जलस्तर में गिरावट जारी है। जहां पिछले चार-पांच दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है। वहीं मंगलवार को भी दो सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जलस्तर में गिरावट दर्ज किया गया। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह जलस्तर 68.66 मीटर रिकार्ड किया गया। बीते 24 घंटे में दो फीट पानी कम हुआ है। हालांकि जलस्तर अभी सामान्य स्थिति में नहीं पहुंचा है। इसके बाद भी लोगों की लापरवाहियां लगातार जारी है। 

जहां वाराणसी में गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर है वहीं खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है। जलस्तर तो कम हो रहा है, लेकिन लोगों की लापरवाहियां इसके साथ ही बढ़ती चली जा रही है। गंगा में श्रद्धालु मटमैले जल में ही स्नान कर रहे हैं। पानी में बहाव की गति भी काफी तेज है। वहीं, पानी अपने पीछे कीचड़ और गंदगी भी छोड़ते जा रहा है। ऐसे में सफाई सुनिश्चित करना नगर निगम के अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।

गंगा घाटों और वरुणा के सटे इलाकों में साफ-सफाई 

वरुणा किनारे रहने वाले लोग पानी में उतरने के साथ ही अपने घरों और आसपास के इलाके में सफाई में जुटे हुए हैं। हालांकि गंगा घाटों और वरुणा के सटे इलाकों में साफ-सफाई करना नगर निगम के लिए चुनौती है। अगर समय रहते गंदगी और सिल्ट आदि नहीं साफ किया गया तो इसके चलते संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाएगा। इधर, इसे हटाने का काम लगातार जारी है।

सुबह-ए- बनारस की रौनक हुई कम, पर्यटकों का घाट से लगाव कम 

अस्सी घाट पर सुबह-ए- बनारस का मंच भी बढ़े हुए जलस्तर की चपेट में आ गया था। जिसके लिए पाट पर जमी मिट्टी की जल्द से जल्द से साफ-सफाई करवाना जरूरी है। पर्यटक घाट की ओर आ रहे हैं, लेकिन मि‌ट्टी और गंदगी देखकर वापस लौटते  हुए दिख रहे है। उनके लिए यह स्थिति परेशानी वाली है। नीचे उतरते की जगहो के साथ ही पानी की साफ-सफाई जरूरी है। 

सभी घाटों पर लगभग 2 से 3 फीट सिल्ट जमा है। जिसमें दूर से आने वाले लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। निराश होकर वापस लौट रहे हैं। अभी भी घाटों का संपर्क सिल्ट के कारण एक दूसरे से टूटा हुआ है। घाटों पर तर्पण करने वाले लोगों को भी सिल्ट से गुजर कर नहाना पड़ रहा है। लोग गंदगी से काफी परेशान नजर आ रहे हैं।