वाराणसी: खतरे के निशान से 54 सेमी नीचे गंगा का जलस्तर, चेतावनी बिंदु पार कर शहर की ओर बढ़ चलीं गंगा
वाराणसी। जनपद में गंगा के पानी में बढ़ोतरी लगातार जारी है। गंगा के साथ ही सहायक नदी वरुणा में उफान है। चेतावनी बिंदु पार करने के बाद गंगा अब खतरे के निशान की ओर बढ़ रही हैं। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से मात्र 54 सेमी नीचे है।
गंगा अब चेतावनी बिंदु पार करने के बाद शहर की ओर बढ़ चली हैं। वाराणसी में 151 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा व वरुणा में उफान के कारण लोग अपने घरों को छोड़ बाढ़ राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं। सोमवार सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 70.72 मीटर रहा। फ़िलहाल गंगा 3 सेमी प्रति घंटे की रफ़्तार से बढ़ रही हैं।
वाराणसी में बाढ़ पीड़ितों के लिए कुल 46 बाढ़ राहत शिविर स्थापित किये गए हैं। जिनमें से 11 बाढ़ राहत शिविर एक्टिव हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सबसे ज्यादा लोग वरुणा से प्रभावित हैं। बाढ़ राहत शिविरो में 151 परिवार के 888 लोग रह रहे हैं। उक्त बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे व्यक्तियों एवं परिवारों हेतु भोजन, फल, दूध, पेयजल के साथ साथ समस्त मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ राहत शिविर में मेडिकल कैम्प स्थापित किया गया है जिसमें बाढ़ पीड़ितों का स्वास्थ्य परिक्षण किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा शिविरो में फॉगिन कराई जा रही है। गंगा नदी के जलस्तर बढ़ने से वरुणा नदी में जल का उल्टा प्रवाह हो रहा है, जिसके कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
जिला प्रशासन के ओर से बाढ़ में बचाव के लिए 12 नावे लगाई गई हैं। जनपद में NDRF की 1 टीम एवं जल पुलिस द्वारा भी मोटर बोट लगा कर राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा नदियों में लगातार रेकी कर जलस्तर की निगरानी की जा रही है। जलस्तर में बढ़ाव के कारण गंगा में छोटी व बड़ी नावों का संचालन रोक दिया गया है। बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। बाढ़ से राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों के लिए टोल फ्री नंबर भी जारी किया है, जिससे पीड़ित 24 घंटे किसी भी आपदा के निवारण के लिए कॉल कर सकते हैं।
आपदा के समय इन नंबरों पर करें कॉल-
05422508550
05422504170
9140037137