वाराणसी : नाला सफाई की ड्रोन से निगरानी, गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई

शहर में जलजमाव और गंदगी की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने तैयारियां तेज कर दी हैं। नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने स्मार्ट सिटी के मीटिंग सभागार में नाला सफाई एवं समग्र सफाई व्यवस्था को लेकर एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक का उद्देश्य समय रहते प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर मानसून के दौरान जलभराव की समस्या को न्यूनतम करना रहा।
 

वाराणसी। शहर में जलजमाव और गंदगी की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने तैयारियां तेज कर दी हैं। नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने स्मार्ट सिटी के मीटिंग सभागार में नाला सफाई एवं समग्र सफाई व्यवस्था को लेकर एक विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक का उद्देश्य समय रहते प्रभावी कार्ययोजना तैयार कर मानसून के दौरान जलभराव की समस्या को न्यूनतम करना रहा।

बैठक में मुख्य अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि शहर में पूर्व से 42 ऐसे स्थान चिह्नित हैं, जहां बरसात के दौरान जलजमाव की समस्या उत्पन्न होती है। इस पर नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि इन चिन्हित स्थानों के अतिरिक्त नव विस्तारित क्षेत्रों में भी संयुक्त रूप से सर्वे कराया जाए। सामान्य अभियंत्रण विभाग और जलकल विभाग को निर्देशित किया गया कि वे विस्तारित क्षेत्रों में जलजमाव वाले स्थलों की पहचान कर नाला सफाई और जल निकासी की समुचित कार्ययोजना तैयार करें।

नगर आयुक्त ने नाला सफाई कार्य को समय से प्रारंभ कराने के लिए तत्काल निविदा प्रक्रिया पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार नालों की सफाई की निगरानी ड्रोन के माध्यम से की जाएगी, जिससे कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। ड्रोन मॉनिटरिंग से यह देखा जाएगा कि नालों की सफाई वास्तविक रूप से हो रही है या नहीं।

सफाई व्यवस्था की समीक्षा करते हुए नगर आयुक्त ने शहर के सभी सामुदायिक एवं सार्वजनिक शौचालयों के निरीक्षण के निर्देश दिए। जिन शौचालयों में साफ-सफाई या मरम्मत की आवश्यकता हो, उसे तत्काल ठीक कराने को कहा गया। इसके साथ ही सभी यूरिनलों का भी निरीक्षण कर निष्प्रयोज्य यूरिनलों को हटाने और मरम्मत योग्य यूरिनलों को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए।

नगर आयुक्त ने गंगा घाटों से निकलने वाले कूड़े के प्रभावी निस्तारण के लिए एक वृहद और ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता शहर की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। 

शहर में गंदगी फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त रुख अपनाते हुए नगर आयुक्त ने सभी स्वास्थ्य निरीक्षकों को निर्देशित किया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों से 250 रुपये का जुर्माना वसूला जाए। जुर्माने की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी विभागाध्यक्षों को टूलकिट में दिए गए बिंदुओं पर समय से कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में अपर नगर आयुक्त सविता यादव, संगम लाल, विनोद कुमार गुप्ता, जलकल महाप्रबंधक अनूप सिंह, मुख्य अभियंता आर.के. सिंह सहित सभी स्वास्थ्य निरीक्षक उपस्थित रहे।