वाराणसी : फर्जी सप्लाई ऑर्डर दिखाकर लिए रुपये, नहीं लौटाए सात लाख, दंपती और बेटी पर मुकदमा 

महमूरगंज के एक मॉड्यूलर किचन व्यवसायी से सात लाख रुपये वापस नहीं लौटाने के मामले में चेतगंज थाने में एक दंपती और उनकी बेटी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़ित विकास मेहरोत्रा ने आरोप लगाया है कि शरद भार्गव, उनकी पत्नी रिचा भार्गव और बेटी देवांशी उर्फ गुड़िया ने बीएचयू में कंप्यूटर–प्रिंटर सप्लाई का फर्जी ऑर्डर दिखाकर उनसे दस लाख रुपये लिए थे, जिनमें से सात लाख अब तक वापस नहीं किए।
 

वाराणसी। महमूरगंज के एक मॉड्यूलर किचन व्यवसायी से सात लाख रुपये वापस नहीं लौटाने के मामले में चेतगंज थाने में एक दंपती और उनकी बेटी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीड़ित विकास मेहरोत्रा ने आरोप लगाया है कि शरद भार्गव, उनकी पत्नी रिचा भार्गव और बेटी देवांशी उर्फ गुड़िया ने बीएचयू में कंप्यूटर–प्रिंटर सप्लाई का फर्जी ऑर्डर दिखाकर उनसे दस लाख रुपये लिए थे, जिनमें से सात लाख अब तक वापस नहीं किए।

विकास मेहरोत्रा ने पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात वर्ष 2023 में लंका निवासी एक परिचित के घर शरद भार्गव से हुई थी। इसके बाद दोनों परिवारों में घनिष्ठ संपर्क बन गया। शरद और रिचा नीचीबाग में रितु कंप्यूटर एंड स्टेशनर्स  और दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी  नाम से कारोबार करते हैं।

जून 2023 के पहले सप्ताह में आरोपी पक्ष ने पीड़ित को फोन कर बताया कि उन्हें बीएचयू से बड़े पैमाने पर कंप्यूटर–प्रिंटर की सप्लाई का ऑर्डर मिला है। उन्होंने पीड़ित को ऑर्डर की कथित कॉपी भी दिखाई और तीन महीने के लिए 10 लाख रुपये उधार मांगे। विश्वास में आकर व्यवसायी ने राशि दे दी।

पीड़ित के अनुसार तय समय बीतने के बाद भी आरोपियों ने पैसे वापस नहीं किए। कई बार दबाव डालने पर केवल तीन लाख रुपये लौटाए गए, जबकि सात लाख रुपये अब भी बकाया हैं। थाना प्रभारी चेतगंज विजय कुमार शुक्ला ने बताया कि तहरीर के आधार पर शरद भार्गव, रिचा भार्गव और देवांशी उर्फ गुड़िया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।