वाराणसी: स्वर्वेद महामंदिर में सीएम योगी ने किया यज्ञ और गुरुकुल का उद्घाटन, सद्गुरु सदाफल महाराज का किया जिक्र, मंच से बोले – संत हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठ सकता
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार सुबह वाराणसी के उमरहां स्थित स्वर्वेद महामंदिर में विहंगम योग संत समाज के शताब्दी समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 25,000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ में भाग लिया और आहुतियां दीं। साथ ही, सद्गुरु सदाफल देव आप्त वैदिक गुरुकुलम के नवविस्तार का उद्घाटन किया। इस गुरुकुल में विद्यार्थियों के लिए 300 नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था की गई है।
मंच से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि सच्चा संत और योगी कभी भी निष्क्रिय नहीं रहता। उन्होंने सद्गुरु सदाफल महाराज के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जब देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था, तब उन्होंने अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया।
योगी ने कहा कि हमारा हर कार्य देश और समाज के लिए होना चाहिए। यदि देश सुरक्षित है, तो धर्म और व्यक्ति भी सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने बलिया जनपद के छोटे से गांव में 1888 में जन्मे सद्गुरु सदाफल देव जी के योगदान का उल्लेख किया और कहा कि 1924 में उन्होंने विहंगम संत समाज की स्थापना की।
सीएम ने कहा – उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के एक छोटे से गांव में सन 1888 में सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज का अवतरण हुआ। 1924 में उन्होंने विहंगम संत समाज की स्थापना की। यह एक दुर्लभ संयोग है कि विहंगम संत समाज जब अपने शताब्दी वर्ष पूरे कर रहा है, हम लोग भी इसके साक्षी हैं। हम इस कार्यक्रम के साक्षी हैं कि यौगिक साधना का प्रसाद आज हम सबको प्राप्त हो रहा है। विहंगम योग संत समाज आज स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के माध्यम से इतना दिव्य भव्य मंदिर बनाकर कोटि-कोटि श्रद्धालु जनों को भारत की योग की परंपरा और भारत की आध्यात्मिक धारा के साथ जोड़ने के लिए अपने पुरुषार्थ के माध्यम से भी भारत की योगी की इस आध्यात्मिक धारा को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कृत संकल्पित दिखाई दे रहा है।
योग और आध्यात्मिकता का संदेश
सीएम ने कहा कि विहंगम योग संत समाज ने स्वर्वेद महामंदिर जैसे दिव्य स्थल का निर्माण कर भारतीय योग और आध्यात्मिक परंपरा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पहल की सराहना की थी।
योगी ने कहा कि जब हम सगुरु सदाफल देव महाराज जी की चर्चा करते हैं, उन्होंने एक आध्यात्मिक अभियान को आगे बढ़ाया ही, साथ –साथ एक पंथ, एक सच्चा योगी, एक सच्चा संत देश और समाज की परिस्थितियों से हाथ पर हाथ रखकर चुपचाप बैठा नहीं रह सकता है, जब देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था, और गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए अपनी आध्यात्मिक साधना के साथ इस देश को विदेशी दासता से मुक्त कराना है, इसके लिए सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने आजादी के आन्दोलन में भाग लेकर के बैरकपुर से देश के स्वतंत्रता संग्राम से अपने आप को जोड़ा था।
सामूहिक विवाह में होंगे शामिल
महामंदिर के कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री पिंडरा रवाना हो गए, जहां वह नेशनल इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में भाग लेंगे। इस समारोह में जिले के 501 जोड़े परिणय सूत्र में बंधेंगे। मुख्यमंत्री इन नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देंगे।