वाराणसी : सीएचसी अधीक्षक और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी हटाए गए, नर्सिंग स्टाफ को प्रतिकूल प्रविष्टि 

सर्दी के मौसम में नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लिटाने के मामले में सीएचसी मिसिरपुर के अधीक्षक और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी को हटा दिया गया है। साथ ही अस्पताल में तैनात सभी नर्सिंग स्टाफ को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के साथ ही सभी का वेतन रोक दिया गया है। कार्रवाई से खलबली मची है। 
 

वाराणसी। सर्दी के मौसम में नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लिटाने के मामले में सीएचसी मिसिरपुर के अधीक्षक और स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी को हटा दिया गया है। साथ ही अस्पताल में तैनात सभी नर्सिंग स्टाफ को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के साथ ही सभी का वेतन रोक दिया गया है। कार्रवाई से खलबली मची है। 

सीएचसी मिसिरपुर में शुक्रवार को महिलाओं की नसबंदी के बाद उन्हें जमीन पर लिटा दिया गया था। इस पर महिलाओं के परिजनों ने आपत्ति जताई। वहीं महिलाओं के साथ आई आशा कार्यकत्रियों ने भी विरोध किया था। मामला संज्ञान में आने के बाद सीएमओ ने सख्त कार्रवाई की है। 

सीएमओ ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद सीएम अधीक्षक डॉ. रामबली सिंह को हटा दिया गया है। उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान को हटाकर पिंडरा भेज दिया गया है। उन्हें भी प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ ही वेतन रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि डॉ. रामबली सिंह सीएचसी मिसिरपुर में मेडिकल अफसर के रूप में काम करेंगे। उनके स्थान पर डॉ. अंबुज गुप्ता को अधीक्षक बनाया गया है।