वाराणसी : सीडीओ ने सोलर रूफ टॉप योजना की समीक्षा की, स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने के दिए निर्देश 

सीडीओ हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत सोलर रूफटॉप उपभोक्ताओं की नेट मीटरिंग और विद्युत बिल संबंधी शिकायतों के समाधान हेतु समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इसमें मीटर को लेकर आने वाली शिकायतों पर चर्चा हुई। सीडीओ ने स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने के निर्देश दिए।  
 

वाराणसी। सीडीओ हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के अंतर्गत सोलर रूफटॉप उपभोक्ताओं की नेट मीटरिंग और विद्युत बिल संबंधी शिकायतों के समाधान हेतु समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इसमें मीटर को लेकर आने वाली शिकायतों पर चर्चा हुई। सीडीओ ने स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर लगाने के निर्देश दिए।  

इस दौरान CDO ने स्पष्ट निर्देश दिया कि बढ़ी हुई बिलिंग और GMR मीटर के कारण आ रही शिकायतों का तथ्यात्मक निस्तारण किया जाए। इसके लिए हर सोलर उपभोक्ता के घर पर GMR स्मार्ट मीटर के साथ चेक मीटर भी लगाया जाए, ताकि वास्तविक खपत और बिलिंग के बीच का अंतर स्पष्ट हो सके। नेट मीटर की उपलब्धता वेंडर के माध्यम से सुनिश्चित की जाएगी, जिसके बाद ही GMR मीटर लगाया जाएगा।

CDO ने कहा कि सभी वेंडर्स अपने-अपने उपभोक्ताओं की नेट मीटरिंग और बिल संबंधी समस्याओं का विवरण गूगल शीट पर तुरंत अपलोड करें। विद्युत विभाग और स्मार्ट मीटरिंग टीम इन शिकायतों का संतोषजनक निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि MCO के अंतर्गत लंबित 431 स्मार्ट मीटर, जो अब तक कॉन्फ़िगर नहीं हो पाए हैं, उन्हें तत्काल कॉन्फ़िगर किया जाए। साथ ही नए स्मार्ट मीटर की स्थापना दो दिनों के भीतर प्री-कॉन्फ़िगर स्थिति में की जाए।

जहां मीटर प्री-कॉन्फ़िगर नहीं होगा, वहां मुख्य अभियंता जांच कर संबंधित स्मार्ट मीटर टीम पर नियमों के अनुसार पेनाल्टी लगाएं और कार्रवाई करें। उपभोक्ता जागरूकता पर भी जोर देते हुए CDO ने मुख्य अभियंता और GMR टीम को निर्देशित किया कि उपभोक्ताओं को यह बताया जाए कि वे मीटर में सोलर एक्सपोर्ट और बिजली उपभोग के आंकड़े कैसे देख सकते हैं। साथ ही ऊर्जावान ऐप के उपयोग की जानकारी प्रमुख समाचार पत्रों और पंपलेट्स के माध्यम से व्यापक रूप से प्रसारित की जाए।

बैठक में यह सहमति बनी कि इन सभी कदमों से न केवल बिलिंग विवादों का समयबद्ध समाधान होगा, बल्कि सोलर रूफटॉप उपभोक्ताओं का भरोसा भी बढ़ेगा। योजना के सुचारु क्रियान्वयन को गति मिलेगी।