वाराणसी समेत आसपास के इलाके में बारिश, पांच डिग्री लुढ़का पारा, मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
वाराणसी। जनपद समेत आसपास के इलाकों में शनिवार की रात से ही बारिश और बूंदाबादी का दौर जारी रहा। रविवार की सुबह तक बरसात हुई। इसकी वजह से तापमान 5 डिग्री लुढ़क गया है। मौसम विभाग ने 4 मार्च को पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है। बेमौसम बरसात से फसलों को नुकसान पहुंचा है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरे खींच गई हैं।
शनिवार को दिन भर आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रही। शाम को हवा की रफ्तार तेज हुई और गरज-चमक के साथ बारिश का दौर शुरू हो गया। रविवार की सुबह तक रुक-रुक कर हल्की बारिश होती रही। 13 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चल रही है। हवा के साथ बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आई है। रविवार की सुबह 9 बजे वाराणसी का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, बाकी दिनों में सुबह 9 बजे तक पारा 23 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही रहता था। वाराणसी का अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री ज्यादा 17.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 4 मार्च को पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश के यलो अलर्ट जारी किया गया है। वाराणसी समेत आसपास के जिलों में 4 मार्च को गरज और चमक के साथ बारिश और 5 मार्च को बादल छाने की संभावना जताई गई है। इसके बाद मौसम सामान्य हो सकता है।
बेमौसम बारिश से किसान परेशान हो गए हैं। यहां आसपास के गांव में देर रात चमक गरज, आंधी के साथ हुई बारिश से सरसों के फसल पर काफी असर पड़ा है। इस वजह से किसानों के चेहर पर मायूसी छा गई है। वहीं, किसानों ने बताया कि देर रात आंधी के साथ बारिश होने से कटी सरसों की फसल पर सबसे अधिक असर पड़ा है। इसके अलावा चना, अरहर और सब्जियों का काफी नुकसान हुआ है। किसान भाई लाल ने बताया कि उनकी लगभग 3 बीघे कि सरसों कि खेती तैयार हो चुकी है, जो जल्द ही कटने वाली थी, लेकिन बेमौसम बदलने से आंधी व बारिश होने से सरसों कि खेती नुकसान की आशंका है। अवधेश ने बताया कि यदि पानी के साथ आंधी आई तो तैयार फसल की खेती पर असर पड़ेगा। चमाव गांव के किसान पारस चौहान ने भी बारिश को लेकर चिंता जताई।