वाराणसी में शुरू हुआ प्रदेश का तीसरा 'स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट ट्रांसफर स्टेशन', दुर्गंध और प्रदूषण से मिलेगी मुक्ति 

स्वच्छता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में वाराणसी को उत्तर प्रदेश का तीसरा और पूर्वांचल का पहला "स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट ट्रांसफर स्टेशन" प्राप्त हुआ है। नगर निगम, वाराणसी द्वारा एचडीएफसी बैंक के सहयोग से शंकुलधारा क्षेत्र में निर्मित इस अत्याधुनिक कूड़ा निस्तारण केंद्र का लोकार्पण महापौर अशोक कुमार तिवारी ने विधिवत पूजा और फीता काटकर किया। यह स्टेशन पहले एक कूड़े के ढेर और दुर्गंध का केंद्र था, जिसे अब अत्याधुनिक स्वच्छता केंद्र में परिवर्तित कर दिया गया है।
 

वाराणसी। स्वच्छता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में वाराणसी को उत्तर प्रदेश का तीसरा और पूर्वांचल का पहला "स्मार्ट वेस्ट मैनेजमेंट ट्रांसफर स्टेशन" प्राप्त हुआ है। नगर निगम, वाराणसी द्वारा एचडीएफसी बैंक के सहयोग से शंकुलधारा क्षेत्र में निर्मित इस अत्याधुनिक कूड़ा निस्तारण केंद्र का लोकार्पण महापौर अशोक कुमार तिवारी ने विधिवत पूजा और फीता काटकर किया। यह स्टेशन पहले एक कूड़े के ढेर और दुर्गंध का केंद्र था, जिसे अब अत्याधुनिक स्वच्छता केंद्र में परिवर्तित कर दिया गया है।

करीब 15,000 वर्गफीट क्षेत्र में निर्मित इस स्मार्ट ट्रांसफर स्टेशन की स्थापना 5 करोड़ की लागत से सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के अंतर्गत की गई है। यह स्टेशन प्रतिदिन 120 टन कचरे को प्रोसेस करने की क्षमता रखता है। इसमें दो स्टेटिक कम्पैक्टर, दो हुक लोडर और छह आधुनिक कैप्सूल इकाइयाँ लगाई गई हैं। भेलूपुर जोन के घरों और प्रतिष्ठानों से एकत्र कचरे को पहले इन कैप्सूल्स में कम्पैक्ट किया जाएगा और फिर हुक लोडरों की मदद से करसड़ा स्थित वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। इससे शहर में खुले में कूड़ा फेंकने की समस्या खत्म हो जाएगी।

इस मौके पर एचडीएफसी बैंक के जोनल हेड मनीष टंडन ने हुक लोडर की चाबी महापौर को सौंपते हुए सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि निर्माण कार्य को मात्र दो माह में पूर्ण कर लिया गया, जिसमें 'हाइवा' कंपनी का विशेष सहयोग रहा। उन्होंने अपर नगर आयुक्त सविता यादव और जोनल स्वच्छता अधिकारी रवि चन्द्र निरंजन की सराहना की।

महापौर ने कहा कि नगर निगम, वाराणसी लगातार स्वच्छता और विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। दो वर्ष पहले शहर में 23 बड़े कूड़ाघर थे, जिनमें से 18 को बंद कर दिया गया है और शेष को अगले दो माह में समाप्त कर दिया जाएगा। कार्यक्रम में उन्होंने चंदन का पौधा भी रोपित किया। इस अवसर पर नगर निगम व जलकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, पार्षदगण और एचडीएफसी बैंक के अधिकारीगण उपस्थित रहे।