नगर विकास मंत्री ने शीतलहर और ठंड से बचाव की तैयारियों की समीक्षा की, तीन दिन में कंबल वितरण और रैन बसेरों की प्रभावी व्यवस्था के निर्देश

प्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर के मद्देनज़र नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने वाराणसी स्थित सर्किट हाउस से ज़ूम के माध्यम से प्रदेश भर के नगर निगमों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कड़ाके की ठंड और शीतलहर के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान तीन दिन में कंबल वितरण और रैनबसेरों की प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। 
 

वाराणसी। प्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर के मद्देनज़र नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने वाराणसी स्थित सर्किट हाउस से ज़ूम के माध्यम से प्रदेश भर के नगर निगमों के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कड़ाके की ठंड और शीतलहर के मद्देनजर तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान तीन दिन में कंबल वितरण और रैनबसेरों की प्रभावी व्यवस्था करने के निर्देश दिए। 

नगर विकास मंत्री ने कहा कि यह समय औपचारिकता निभाने का नहीं, बल्कि पूरी संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण के साथ जरूरतमंदों की सेवा करने का है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर खानापूर्ति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ठंड के कारण कोई भी गरीब, असहाय या निराश्रित व्यक्ति परेशान न हो, यह सुनिश्चित करना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

मंत्री ने निर्देश दिए कि आगामी तीन दिनों के भीतर कंबल और ब्लैंकेट वितरण का कार्य अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि सहायता वास्तविक जरूरतमंदों तक ही पहुंचे। साथ ही प्रमुख चौराहों, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर रैन बसेरों की जानकारी देने वाले होर्डिंग और साइनेज लगाए जाएं, ताकि जरूरतमंदों को आसानी से आश्रय की जानकारी मिल सके।

उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति खुले में सोता हुआ पाया जाए तो उसे तत्काल रैन बसेरे में शिफ्ट किया जाए और वहां भोजन, पेयजल, कंबल तथा साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराई जाए। माघ मेला को देखते हुए मंत्री ने मेला क्षेत्र में रैन बसेरों और अलाव की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के विशेष निर्देश दिए, ताकि श्रद्धालुओं और कल्पवासियों को ठंड से राहत मिल सके।

गौशालाओं के संबंध में निर्देशित किया कि सभी कान्हा एवं अन्य गौशालाओं में पशुओं के लिए तिरपाल और अलाव की व्यवस्था अनिवार्य रूप से हो। इसके अलावा सभी रैन बसेरों को नजदीकी अस्पतालों और डिस्पेंसरी से टाइ-अप करने के निर्देश दिए गए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।

नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने नगर निगम द्वारा की गई व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए बताया कि शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशनों और बीएचयू परिसर में रैन बसेरे संचालित किए जा रहे हैं। सभी रैन बसेरों में पेयजल, भोजन और स्वच्छता की पर्याप्त व्यवस्था है तथा अधिकारी प्रतिदिन क्षेत्र भ्रमण कर खुले में सो रहे लोगों को रैन बसेरों में शिफ्ट करा रहे हैं। बैठक में लखनऊ, प्रयागराज, आगरा, मुरादाबाद सहित अन्य जनपदों के अधिकारियों ने भी अपनी तैयारियों की जानकारी साझा की।