BHU में हंगामा: छात्रा को न्याय दिलाने पहुंचे करणी सेना अध्यक्ष से मारपीट, माहौल तनावपूर्ण

 
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सेंट्रल ऑफिस परिसर में उस समय तनाव व्याप्त हो गया जब पीएचडी में दाखिले को लेकर पिछले छह दिनों से धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह के समर्थन में पहुंचे करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू के साथ विवाद और झड़प की स्थिति उत्पन्न हो गई। मामला शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का था, लेकिन अचानक कुछ लोगों की उपस्थिति से माहौल बिगड़ गया।

छात्रा अर्चिता सिंह बीते छह दिनों से बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस परिसर में पीएचडी में दाखिले की मांग को लेकर शांतिपूर्वक धरने पर बैठी हैं। इस धरने को लेकर अब विभिन्न सामाजिक संगठनों, राजनीतिक दलों और छात्र समूहों का समर्थन बढ़ता जा रहा है। लोग सेंट्रल ऑफिस पहुंचकर न सिर्फ अर्चिता से संवाद कर रहे हैं, बल्कि उसे आश्वासन भी दे रहे हैं कि उसकी लड़ाई में वे उसके साथ हैं।

करणी सेना अध्यक्ष के पहुंचते ही बवाल

मंगलवार को धरना स्थल पर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर प्रताप सिंह वीरू भी पहुंचे। वह अर्चिता सिंह से बातचीत कर ही रहे थे कि उसी समय अचानक दर्जनों की संख्या में कुछ अन्य लोग वहां आ धमके और उन्होंने वीर प्रताप सिंह का विरोध शुरू कर दिया। यह विरोध अचानक इतना उग्र हो गया कि मौके पर उपस्थित छात्र गुटों के बीच कहासुनी और हाथापाई की नौबत आ गई।

धरना स्थल पर बढ़ा तनाव, पुलिस रही मौन

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्थिति इतनी तेजी से बिगड़ी कि धरना स्थल पर मौजूद छात्र और विरोध में पहुंचे लोग आमने-सामने आ गए। धक्का-मुक्की और अपशब्दों का दौर भी शुरू हो गया, जिससे माहौल पूरी तरह तनावपूर्ण हो गया। इस दौरान पुलिस और प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य भी वहां मौजूद थे, लेकिन न तो उन्होंने हस्तक्षेप किया और न ही उग्र हो चुके प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की।

छात्रा का दर्द: हम लड़ाई के पक्ष में नहीं

धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह ने घटनाक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हम यहां केवल न्याय की मांग को लेकर बैठे हैं। किसी भी प्रकार के लड़ाई-झगड़े के हम बिल्कुल पक्ष में नहीं हैं।” उन्होंने बिना किसी का नाम लिए संकेत किया कि विरोध करने वाले लोग उनके विरोधी छात्र समूह से हो सकते हैं, जो चाहते हैं कि वे यहां से हट जाएं।

समर्थक बोले - हम शांति से विरोध कर रहे हैं

घटना के बाद करणी सेना समर्थक सिम्मी सिंह ने कहा कि कुछ अराजकतत्व जानबूझकर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष का विरोध करने पहुंचे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन की उपस्थिति के बावजूद विरोध कर रहे लोगों के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। सिम्मी सिंह ने कहा कि हम मारपीट करने नहीं आए हैं। हम यहां अर्चिता सिंह को न्याय दिलाने आए हैं और जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, हमारा शांतिपूर्ण विरोध जारी रहेगा।

BHU में बढ़ने लगीं राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियां

इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब बीएचयू परिसर में राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की गतिविधियां बढ़ने लगी हैं। छात्रा अर्चिता सिंह के समर्थन में अन्य दल और संगठन भी खुलकर सामने आने लगे हैं। वहीं, प्रशासन पर निष्क्रियता के आरोप भी लग रहे हैं कि वह न तो अर्चिता की समस्या पर कोई ठोस समाधान दे पा रहा है और न ही धरना स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित कर पा रहा है।