Union Budget 2024-25: बनारस के व्यापारियों ने सरकार के बजट पर दी प्रतिक्रिया, कुछ ने सराहा, तो कुछ ने कहा निराशाजनक, जानिए बजट पर व्यापारियों की राय
ऐसे में वाराणसी व्यापार मंडल काशी प्रांत के व्यापारियों ने भी पिलानी कटरा स्थित सरोज पैलेस में बजट को ध्यान से सुना व उस पर चर्चा किया। व्यापारियों ने बजट के हर एक बिन्दुओं को ध्यान से सुना व एक दूसरे से उस पर विचार विमर्श किया।
कार्यक्रम में वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रमोद अग्रहरि ने बताया कि सरकार की ओर से इस बार का बजट काफी संतोषजनक रहा। जिसमें युवाओं, छात्रों, किसानों, वृद्ध और महिलाओं के लिए विशेष ध्यान रखा गया है। हम लोगों को पूर्वांचल के नाम एक पैकेज की मांग काफी दिनों से थी, जो इसमें अभी तक नहीं आया है, यदि पूर्वांचल के लिए कोई विशेष पैकेज आता तो पूर्वांचल का भी विकास बड़े पैमाने पर होता।
वाराणसी व्यापार मण्डल के महामंत्री सन्नी जौहर ने कहा कि सरकार का यह बजट संतुलित है, किंतु जीएसटी पर कोई राहत नहीं मिला। वाराणसी व्यापार मंडल काशी प्रांत के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बताया कि यह बजट आम लोगों के लिए कम लगकर खास लोगों के लिए ज्यादा लगता है, क्योंकि एमएसएमई सेक्टर में जो सरकार के नियम कानून, कानून और प्रावधान 500 करोड़ या अधिक टर्नओवर के उद्यमियों के लिए हैं। वही नियम कानून, नियम दंड का प्रावधान आदि सभी सूक्ष्म और मध्यम उद्यमियों के लिए है। इसलिए सरकार को फुटकर, रेहड़ी, पटरी, ठेला, खूमचा, गुमटी, छोटे एवं मध्य दुकानदारों के साथ सूक्ष्म व मध्य कुटीर उद्यमियों को ध्यान में रखते हुए एक अलग से पॉलिसी बनाकर उनको बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
होटल उद्यमी डा०अजय चौरसिया ने कहा कि जल आवागमन के लिए ठेका प्राईवेट हाथों में जाने से किराया भाड़ा पर सरकार का कोई अंकुश न रहने से महंगाई बढ़ेगी। वाराणसी व्यापार मण्डल के सहायक महामंत्री तिलक राज मिश्रा ने कहा कि सरकार की ओर से को आयकर में 80C के तहत जो आम जनता को जो छूट मिली थी, उस पर कोई बढ़ोतरी नहीं की गई।
बजट चर्चा में मुख्य रूप से प्रमोद अग्रहरि, सनी जौहर, डा० अजय चौरसिया, चंद्रभूषण दास, तिलक राज मिश्रा, कीर्ति पाण्डेय, बबलू गुप्ता, बबलू चौहान, हरि अग्रहरि, विष्णु जायसवाल, शरद श्रीवास्तव, सोहन लाल चौरसिया, शिव प्रसाद जी, प्रभात गुप्ता, संदीप सिंह, दीपक चौरसिया एवं मनोज अग्रहरि आदि उपस्थित थे।