मलबे से बनेगी टाइल्स और ईंटें, स्वच्छ और सुंदर होगी काशी 

शहर से निकलने वाले 200 मिट्रिक टन मलबे के निस्तारण की मुकम्मल योजना तैयार हो गई है। मलबे से इंटरलाकिंग टाइल्स, ईंटें व अन्य तरह की सामग्री तैयार की जाएगी। इनका इस्तेमाल को शहर को सुंदर बनाने में किया जाएगा। 
 

वाराणसी। शहर से निकलने वाले 200 मिट्रिक टन मलबे के निस्तारण की मुकम्मल योजना तैयार हो गई है। मलबे से इंटरलाकिंग टाइल्स, ईंटें व अन्य तरह की सामग्री तैयार की जाएगी। इनका इस्तेमाल को शहर को सुंदर बनाने में किया जाएगा। 

शहर से निकलने वाला मलबा रमना स्थित सीएंडडी (कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन) वेस्ट प्लांट में भेजा जाएगा। यहां ईंटें व टाइल्स तैयार होंगी, जो सामान्य निर्माण सामग्री की तुलना में काफी सस्ती होंगी। मलबा इकट्ठा करने के लिए जोनवार मलबा संग्रहण केंद्र खोले जाएंगे। 

लोग अपना मलबा संग्रहण केंद्रों में रख सकेंगे। यहां से उठाकर सारा मलबा रमना प्लांट भेजा जाएगा। नगर निगम ने प्लांट के संचालन की जिम्मेदारी इंडो इंक्वारी इंटीग्रेशन साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड को दी है। प्लांट में घरों से निकलने वाले मलबा यानी ईंट, पत्थर, सीमेंट, मिट्टी के टुकड़ों को रिसाइकल करने के लिए एक क्रशर मशीन का प्रयोग किया जा रहा है। 

नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के अनुसार सीएंडडी वेस्ट प्लांट से शहर के मलबे का बेहतर तरीके से निस्तारण होगा। प्लांट का निरीक्षण किया जा रहा है। चुनाव के बाद इसे और बेहतर बनाया जाएगा।