शुक्रवार को SIR फॉर्म जमा करने का अंतिम दिन, मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने की जनता से अपील

वाराणसी। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर मतदाताओं से महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने कहा कि जिन मतदाताओं ने अभी तक अपना गणना प्रपत्र (एसआईआर फॉर्म) जमा नहीं किया है, वे आज शुक्रवार को अपने क्षेत्र के बीएलओ के पास अनिवार्य रूप से फॉर्म जमा कर दें।
 

वाराणसी। प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर मतदाताओं से महत्वपूर्ण अपील की है। उन्होंने कहा कि जिन मतदाताओं ने अभी तक अपना गणना प्रपत्र (एसआईआर फॉर्म) जमा नहीं किया है, वे शुक्रवार को अपने क्षेत्र के बीएलओ के पास अनिवार्य रूप से फॉर्म जमा कर दें।

विपक्ष के भ्रम फैलाने के आरोपों को किया खारिज
एसआईआर पर चर्चा के दौरान मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा कि विपक्षी दल जनता को यह कहकर भ्रमित कर रहे हैं कि लोकसभा, विधानसभा, नगर निकाय और ग्राम पंचायत चुनावों के लिए एक ही मतदाता सूची तैयार की जा रही है, जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में ऐसा कोई संयुक्त या एकीकृत मतदाता सूची अभियान नहीं चलाया जा रहा है।

लोकसभा और विधानसभा सूची के लिए हो रहा है पुनरीक्षण
मंत्री ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा और विधानसभा की मतदाता सूची को त्रुटिरहित, पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से विशेष गहन पुनरीक्षण कराया जा रहा है। इसका मकसद केवल केंद्रीय चुनावों की मतदाता सूची को अपडेट और दुरुस्त करना है।

अलग-अलग चुनाव, अलग-अलग आयोग
रविन्द्र जायसवाल ने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निकाय और ग्राम पंचायत चुनाव राज्य सरकार के अधीन राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कराए जाते हैं, जबकि लोकसभा और विधानसभा चुनाव भारत सरकार के केंद्रीय चुनाव आयोग के माध्यम से संपन्न होते हैं। ऐसे में मतदाताओं को किसी भी प्रकार के भ्रम में पड़ने की आवश्यकता नहीं है।

छूटे मतदाता आज ही भरें गणना प्रपत्र
मंत्री ने जनपद के उन सभी मतदाताओं से अपील की, जिनका एसआईआर फॉर्म अब तक नहीं भरा जा सका है, कि वे आज ही अपना गणना प्रपत्र भरकर संबंधित बीएलओ के पास जमा कर दें। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का सही और अद्यतन होना लोकतंत्र की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है और इसमें सभी नागरिकों की सहभागिता आवश्यक है।

रविन्द्र जायसवाल ने भरोसा दिलाया कि विशेष गहन पुनरीक्षण की यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है और इसका उद्देश्य केवल पात्र मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा करना है।