बच्चे का अपहरण कर हत्या करनेवाले अपहर्ताओं को फर्जी आईडी पर सिम देनेवाला दुकानदार गिरफ्तार

चार दिन पहले जैतपुरा थाना क्षेत्र के नागकुआं के जिस 12 वर्षीय बालक अनस का अपहरण कर हत्या कर दी गई उस मामले में पुलिस ने अपहर्ताओं को सिमकार्ड बेचनेवाले दुकानदार राज पांडेय को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार इसी ने अपहर्ताओं को फर्जी आईडी पर सिमकार्ड दिया था और उसी सिम से मृत बच्चे के पिता को काल कर फिरौती मांगी गई थी। 

 

वाराणसी।  चार दिन पहले जैतपुरा थाना क्षेत्र के नागकुआं के जिस 12 वर्षीय बालक अनस का अपहरण कर हत्या कर दी गई उस मामले में पुलिस ने अपहर्ताओं को सिमकार्ड बेचनेवाले दुकानदार राज पांडेय को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार इसी ने अपहर्ताओं को फर्जी आईडी पर सिमकार्ड दिया था और उसी सिम से मृत बच्चे के पिता को काल कर फिरौती मांगी गई थी। 

गौरतलब है कि 29 अप्रैल की देर शाम घर के बाहर खेल रहे हफीजुर्रहमान के बेटे अनस का अपहरण कर लिया गया था। नागकुआं के ही रहनेवाले अपहर्ता फैजान अहमद और गुरफान अहमद बच्चे को टोटो से अपहरण कर सूजाबाद में गंगा के किनारे रेत पर सूनसान स्थान पर ले गये थे। अपहर्ताओं ने बच्चे को बंधक बनाने के लिए नई रस्सी और मुंह पर चिपकाने के लिए टेप पहले से खरीद लिया था। इसके बाद पड़ाव चौराहा के पास नीबू रोड के सिम बेचनेवाले दुकानदार राज पांडेय से सिमकार्ड लिया गया था। राज पांडेय ने फर्जी आईडी पर सिम अपहर्ताओं को दे दिया था। अपहर्ताओं ने बच्चे के पिता को फोन कर फिरौती मांगी और कहाकि आपका बेटा हमारे पास है उसे कुछ देर में पहुंचा देंगे।

चूंकि अपहर्ता नागकुआं क्षेत्र के ही निवासी थे इसलिए उन्हें बच्चे के परिवार और मोहल्ले में क्या चल रहा है इसकी जानकारी मिल रही थी। अपहर्ताओं ने पिता को फोन कर बच्चे को पहुंचा देने की बात तब कही थी जब उन्हें पता चला कि पिता थाने में रपट दर्ज कराने जा रहा है। इधर, पिता ने थाने में शिकायत दर्ज करायी और उधर अपहर्ताओं को इसकी जानकारी हो गई। बच्चे को बंधक बनाकर फिरौती मांगने की उनकी चाल उल्टी पड़ती दिखी तो उन्होंने आनन-फानन में बच्चे अनस की हत्या कर उसकी लाश बालू में दबा दिया था।

हालांकि जिस नम्बर से उन्होंने फोन किया था उसका लोकेशन ट्रेस कर लिया गया था। तबतक अपहर्ता बच्चे की हत्या कर नागकुआं में आकर पुलिस कार्रवाई पर नजर रख रह थे। लेकिन पुलिस उन्हें पहचान गई और रात में ही धर दबोचा था। पूछताछ में इन्होंने ही पुलिस को बताया था कि बच्चे की हत्या कर लाश कहां छिपाई है। इसके बाद 30 अप्रैल की सुबह शव की बरामदगी हुई थी। फिलहाल दोनों अपहर्ता जेल में हैं। अब सिम देनेवाला राज पांडेय भी जेल पहुंच गया है। पुलिस ने बताया कि राज पांडेय पड़ाव के नीबू रोड पर फिरदौस के मकान में किराये पर रहकर दुकान करता था। लेकिन वह मऊ जिले के दक्षिण टोला थाना क्षेत्र के माता पोखरा वार्ड नम्बर दस का मूल निवासी है।