बाबा बर्फानी के दर्शन को काशी से रवाना हुआ पहला जत्था, निकली अमरनाथ यात्रा की सद्भावना रैली
वाराणसी। महादेव की नगरी काशी से श्रद्धा, सेवा और सौहार्द का संदेश लेकर अमरनाथ यात्रा की सद्भावना रैली का शुभारंभ शनिवार को हुआ। श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति के तत्वावधान में पहले जत्थे के रूप में सैकड़ों श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुए। वाराणसी कैंट स्टेशन से यह पहला जत्था हावड़ा-अमृतसर मेल से अमृतसर के लिए रवाना हुआ, जहां से यह दल जम्मू होते हुए पहलगांव पहुंचेगा। इसके बाद यात्रा का शेष भाग पैदल तय किया जाएगा।
समिति के अनुसार, इस वर्ष भी काशी से हजारों श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा में भाग लेंगे। श्री काशी विश्वनाथ सेवा समिति बीते 25 वर्षों से अमरनाथ यात्रा में सहयोग हेतु समर्पित भाव से कार्य कर रही है। संस्था हर वर्ष लगभग 300 श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, गर्म कपड़े, दवाएं, जूते-मोजे आदि की नि:शुल्क व्यवस्था करती है। खास बात यह है कि समिति उन श्रद्धालुओं की आर्थिक सहायता भी करती है, जो स्वयं यात्रा में जाने की स्थिति में नहीं होते।
सेवा समिति के सेवादार दिलीप सिंह बंटी ने जानकारी दी कि लगभग 80 से 90 सेवादारों का पहला दल अमरनाथ रवाना हो चुका है। इसमें से 10 सेवादार विवेक श्रीवास्तव और कुलदाप त्यागी के नेतृत्व में पंजाब से कश्मीर की ओर जाएंगे, जबकि शेष 70 सेवादार बेगमपुरा एक्सप्रेस से जम्मू होते हुए सीधे चंदनबाड़ी पहुंचेंगे। वहां पहले से ही समिति के 5 से 7 सेवादार कैंप और अन्य व्यवस्थाओं के लिए पहुंच चुके हैं।
यात्रा के शुभारंभ से पहले गदौलिया, मैदागिन और चौक क्षेत्रों से होते हुए एक भव्य बाइक रैली भी निकाली गई, जिसमें बाबा बर्फानी का शिवलिंग और डमरू दल विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इस सेवा कार्य में राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु’, मेयर अशोक तिवारी, विधायक नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व मंडल अध्यक्ष अंबरीश सिंह भोला, शांति लाल जैन सहित कई जनप्रतिनिधियों और व्यापार मंडलों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। पान और मिठाई की व्यवस्था क्रमश: छक्कन दादा, राजेश चौरसिया और नंदनी परिवार द्वारा की जा रही है।
अब तक समिति 25 से 30 जत्थों का श्राइन बोर्ड से पंजीकरण करा चुकी है। यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बन रही है, बल्कि कश्मीर को लेकर व्याप्त भय को तोड़ते हुए पूरे देश को सद्भावना और एकता का संदेश भी दे रही है।