वाराणसी में बना अस्थायी बस अड्डा, तमाम सुविधाएं मौजूद, पूरे प्रदेश में लागू होगा मॉडल
वाराणसी। महाकुंभ को सफल और सुगम बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में हरहुआ स्थित कृषक इंटर कॉलेज में स्थापित अस्थायी बस अड्डे के मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। यह अस्थायी बस अड्डा, जो प्रयागराज के लिए प्राइवेट बसों का संचालन करेगा, उत्तर प्रदेश में अपनी तरह का पहला है। 13 जनवरी से 25 फरवरी तक, महाकुंभ के दौरान इस व्यवस्था को प्रदेश के सभी जिलों में लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
हरहुआ के काशी कृषक इंटर कॉलेज में अस्थायी बस अड्डा बनाकर 100 प्राइवेट बसों का संचालन सुनिश्चित किया गया है। यह बस अड्डा श्रद्धालुओं को प्रयागराज तक सुगम और सुरक्षित परिवहन सुविधा प्रदान करेगा। यहां बसों का किराया उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों के समान रखा गया है।
बस अड्डा में अस्थायी शौचालय और पेयजल, पर्याप्त लाइटिंग और बैठने की व्यवस्था, यात्रियों के लिए कंबल और अलाव की सुविधा, चिकित्सकों की टीम द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) शिखर ओझा के इस अभिनव प्रयोग की सराहना परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने की है। बैठक में उन्होंने इस मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्देश दिया। महाकुंभ के दौरान सभी जिलों में इसी तरह के अस्थायी बस अड्डे विकसित किए जाएंगे, ताकि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित परिवहन व्यवस्था दी जा सके।
वर्दी में दिखेंगे ऑटो चालक
सुगम महाकुंभ और सुरक्षित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए हरहुआ बस अड्डे से जुड़े ऑटो चालकों को एकरूपता लाने हेतु वर्दी मुहैया कराई गई है। इन वर्दियों पर "सुगम महाकुंभ, सुरक्षित परिवहन" का प्रतीक चिन्ह अंकित है। सभी चालकों को यह वर्दी पहनना अनिवार्य होगा।