काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परीसर के अध्यापकों ने की मणिपुर में हिंसा रोकने की अपील
कैंडिल विजिल के माध्यम से पीड़ितों के साथ संवेदना व्यक्त की
वाराणसी। मणिपुर में हिंसा और महिलाओं की साथ की गई शर्मनाक क्रूरता ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर के अध्यापकों को उद्वेलित कर दिया और उन्होंने आज बड़ी संख्या में एकत्रित होकर एक अपील जारी की है।
विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने शनिवार की शाम परिसर में एक कैंडिल विजिल का आयोजन किया। हाथों में तख्तियां लिए अध्यापक मांग कर रहे थे कि मणिपुर में हिंसा पर तत्काल रोक लगाई जाय। महिलाओं के साथ दरिंदगी करने वालों को दंडित किया जाय और शांति बहाली के प्रयास तेज किये जांय। कार्यक्रम के दौरान एक अपील भी जारी की गई जिससे यह संदेश जा सके कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अध्यापक इस संकट की घड़ी में मणिपुर की जनता के साथ खड़े हैं। वह कानून के राज के लिए मानवाधिकार की रक्षा के लिये प्रतिबद्ध हैं। कार्यक्रम में प्रोफेसर अवधेश प्रधान, प्रोफेसर बलिराज, डॉ. प्रियंका झा, चौथी राम यादव, धीरज शर्मा, वी प्रसाद यादव सहित दर्जनों अध्यापक रहे।
जारी हुई यह अपील-
हम काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर के अध्यापक मणिपुर में विशेषकर महिलाओं पर हुई हिंसा की भर्त्सना करते हैं। एक लोकातांत्रिक समाज में यह अस्वीकार्य है। हम मांग करते हैं कि इस हिंसा को अंजाम देने वालों पर न्यायोचित कार्रवाही की जाय। सभी नागरिकों के बुनियादी मानवाधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए। हम उन सभी लोगों के साथ खड़े है जिन्होंने अपनी जान और सम्पति गंवाई है। मणिपुर में शांति बहाली के हर प्रयास के प्रति हम अपनी एकजुटता एवं अपना सहयोग प्रस्तुत करते हैं। अध्यापकों के समर्थन में विश्वविद्यालय के कई छात्र भी मौजूद थे।