सिंधोरा में पकड़ा गया सिंथेटिक ड्रग्स बनाने का कारखाना, 30 करोड़ का ड्रग्स बरामद, मुंबई क्राइम ब्रांच व एसटीएफ वाराणसी इकाई की बड़ी कार्रवाई

 
वाराणसी। सिंधोरा थाना क्षेत्र के भगवतीपुर गांव में शनिवार को सिंथेटिक ड्रग्स बनाने की एक फैक्ट्री का भांडाफोड़ हुआ है। कारखाने से भारी मात्रा में सिंथेटिक ड्रग्स बनाने के उपकरण व तैयार किए गए ड्रग्स और केमिकल बरामद किया। बरामद ड्रग्स की कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में 30 करोड़ आंकी गई है। ड्रग्स बनाने में लगे दो आरोपी गिरप्तार किए गए है। जबकि इस कारोबार के मास्टमाइंड मुख्य सरगना ओम गुप्ता उर्फ मोनू भागने में सफल रहा है।

जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के ठाणे जिले में बीते 30 जनवरी को क्राइम ब्रांच ने तस्कर आल्था मलथा, चन्दबली व हुसैन को ड्रग्स के साथ गिरप्तार किया था। कड़ी पूछताछ में ड्रग्स वाराणसी में बनने व इस कारोबार के मास्टरमाइंड मोनू गुप्ता नाला सोपाड़ा का नाम प्रकाश में आया था। महाराष्ट पुलिस ने क्राइम ब्रांच की तेज तर्रार इंस्पेक्टर रुपाली व कास्टेबल विजय यादव को इस मामले की जिम्मेदारी सौंपते हुए वाराणसी में सरगना की गिरफ्तारी व के लिए लगाया। महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच ने पुलिस आयुक्त वाराणसी से मदद मांगी। 

एसटीएफ इंस्पेक्टर अनिल सिंह, सिंधोरा थानाध्यक्ष अखिलेश वर्मा, महाराष्ट्र क्राइम ब्रांचइंस्पेक्टर रुपाली, कास्टेबल विजय यादव के साथ शानिवार को सिंधोरा थाना क्षेत्र के भगवतीपुर गांव स्थिति एकांत में बने एक मकान को घेर लिया। जिसमे ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री पकड़ी गई। इस दौरान ड्रग्स बनाने में लगे दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। महाराष्ट्र क्राइम ब्रांच की इंस्पेक्टर रूपाली व एसटीएफ इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने बताया कि ढाई किलो तैयार ड्रग्स जिसकी कीमत 80 लाख व 100 किलो ड्रग्स के बनाने के कच्चे मैटीरियल बरामद किए गए है। सिंथेटिक ड्रग्स तैयार होने पर 25 किलो बनेगा। जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 30 करोड़ होगी। 

पकड़े गए आरोपी सन्तोष कुमार गुप्ता पुत्र हड़बड़ी गुप्ता तिवारीपुर बड़ागांव व अतुल कुमार सिंह,पुत्र शिवकुमार सिंह पुजारी खुर्द बड़ागांव को मुम्बई क्राइम ब्रांच की टीम अपने साथ मुम्बई लेकर रवाना हो गयी।