सुप्रीमकोर्ट के वकील ने महिला सुरक्षा व्यवस्था पर रखी अपनी राय, बनारस के दुष्कर्म पीड़िता की घटना का किया जिक्र
उक्त विचार सुप्रीम कोर्ट के प्रख्यात वरिष्ठ वक़ील डॉ० ए० पी० सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। उन्होंने एक महिला के साथ हुए अप्राकृतिक घटना का जिक्र कर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध की चर्चा की।
डॉ० ए० पी० सिंह ने कहा कि अली असग़र अंसारी उर्फ पांडु ने एक महिला नम्रता (बदला हुआ नाम) को इलाज के बहाने बहला फुसलाकर वाराणसी लाया और दवा पिलाने के बहाने बेहोश कर दिया।
इसके बाद उसने होटल में बेहोशी की हालत में महिला से ज़बरदस्ती बलात्कार किया और महिला द्वारा पुलिस कार्यवाही करने की कहने पर पूरे परिवार को जान से मार देने की धमकी दी। इसके बाद बेहोशी की हालत में उसके न्यूड विडियो बनाए और वीडियो दिखाकर इंटरनेट पर वायरल करने की धमकी दी और ज़िंदा रहने लायक नहीं छोड़ने को लेकर धमकाया।
उसने महिला को धमकी भी दी कि धर्म परिवर्तन करके उससे शादी करे। जिसके लिए उसे मारा पीटा गया। इस सारे अपराध में अली असग़र अंसारी पाण्डु का साथ उसके भाई लड्डूअंसारी पुत्र ख़ालिक अंसारी व अन्य व्यक्तियों ने साथ दिया। इसके बाद सभी ने मिलकर पीड़िता को जहर तक दिया। जिससे वह छटपटाती रही। किसी तरह से अस्पताल के इलाज से प्रार्थिनी की जान बची। परंतु अभी भी प्रार्थिनी को साँस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट डॉ० ए० पी० सिंह ने बताया कि प्रार्थिनी ने राष्ट्रीय महिला आयोग, पुलिस आयुक्त, कमिशनरेट, वाराणसी, थाना अध्यक्ष लंका को लिखित में शिकायत भी दी परंतु अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
बता दें कि डॉ० ए० पी० सिंह पाकिस्तान से सचिन मीणा के प्यार में भारत आई सीमा और बांग्लादेश से भारत आई सोनिया अख़्तर और पहलवानों के केस में बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह व पूर्व सांसद आनंद मोहन के भी वकील रहे हैं।