BHU के दीक्षांत समारोह में सम्बद्ध विश्वविद्यालय को शामिल न करने से छात्रों में आक्रोश, सेंट्रल ऑफिस पहुंचे छात्राओं ने किया विरोध प्रदर्शन

 
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में होने वाले दीक्षांत समारोह में संबद्ध कॉलेजों को शामिल न किए जाने से छात्र -छात्राओं में आक्रोश व्याप्त है। ऐसे में शुक्रवार को सेंट्रल ऑफिस पर पहुंचे संबद्ध कॉलेज के छात्रों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। सैकड़ो की संख्या में प्रदर्शन करते हुए सेंट्रल ऑफिस जा रहे छात्रों को सुरक्षाकर्मियों ने गेट पर ही रोक दिया। छात्र वही धरने पर बैठ गए और कुलपति मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
छात्र-छात्राओं का आरोप है कि बीएचयू के कुलपति छात्र-छात्राओं के साथ अन्याय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितने भी काशी हिंदू विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेज है इनमें सम्बद्ध विद्यालय के छात्र-छात्राओं को इस दीक्षांत समारोह में शामिल नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण छात्राओं में काफी निराशा है। छात्रों का कहना है कि दीक्षांत ही ऐसा मौका होता है,जब सभी छात्र-छात्राएं जो भी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होते हैं एक स्थान पर इकट्ठा होते हैं और अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं। 
प्रदर्शनकारी छात्र विपुल कुमार ने कहा कि बीएचयू में हो रहे छात्र-छात्राओं के साथ भेदभाव को लेकर हम आज सेंट्रल ऑफिस पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बीएचयू दीक्षांत समारोह में एक नया निर्णय जारी किया गया है। जो परंपरा पिछले 102 सालों से चला आ रहा है उसको बीएचयू तोड़ने का प्रयास किया गया है। बीएचयू से जो सम्बद्ध विश्वविद्यालय है उनके लिए विश्वविद्यालय का कहना है कि उनका दीक्षांत समारोह उनके ही विश्वविद्यालय पर होगा उनका बीएचयू से कोई नाता नहीं है। उनका कहना है कि जब से दीक्षांत समारोह हो रहा है सभी विश्वविद्यालय में कैंपस में इकट्ठा होते हैं और यहीं पर सबको डिग्री प्रदान की जाती है। 
16 दिसंबर को दीक्षांत समारोह होने वाला है जिसमें लगभग 7 हजार छात्र छात्राएं जुड़े हुए हैं। सारे छात्राएं बहुत मायूस हो गए हैं उनके अंदर जो एक उत्साह था वह धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। छात्र विपुल निवेदन करते हुए कहा कि कुलपति जी ऐसा निर्णय जिससे सभी छात्राएं परेशान हो। उन्होंने आगे कहा कि अगर मांगे नहीं मानी गई तो हम लोग यहीं पर बैठे रहेंगे। आगे उन्होंने कहा कि अगर उनको ऐसा लगता है कि बिना सम्बद्ध विश्वविद्यालय के हम लोग दीक्षांत समारोह करा लेंगे तो हम लोग इसका पूर्ण रूप से विरोध करेंगे।