बीएचयू इंटरनेशलन ब्वायज हास्टल का गेट बंदकर धरने पर बैठे छात्र, बांग्लादेशी छात्र की शिकायत पर सस्पेंशन की एकतरफा कार्रवाई का आरोप 

काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित इंटरनेशनल ब्वायज हास्टल के कुछ छात्र हास्टल का मेन गेट बंद कर धरना पर बैठ गए। धरनारत छात्रों ने आरोप लगाया कि होली के दिन हुई घटना को लेकर बांग्लादेशी छात्र की शिकायत पर वार्डेन की ओर से एकतरफा कार्रवाई की गई। उनका हास्टल से सस्पेंशन करने के साथ ही कमरों में ताला बंद कर दिया गया। छात्रों ने वार्डन को हटाने की मांग की। 
 

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित इंटरनेशनल ब्वायज हास्टल के कुछ छात्र हास्टल का मेन गेट बंद कर धरना पर बैठ गए। धरनारत छात्रों ने आरोप लगाया कि होली के दिन हुई घटना को लेकर बांग्लादेशी छात्र की शिकायत पर वार्डेन की ओर से एकतरफा कार्रवाई की गई। उनका हास्टल से सस्पेंशन करने के साथ ही कमरों में ताला बंद कर दिया गया। छात्रों ने वार्डन को हटाने की मांग की। 

छात्रों ने बताया कि होली के दिन हम लोग अपने हॉस्टल की छत पर होली खेल रहे थे। इसी दौरान हम लोगों के हाथ से रंग से भरा हुआ स्प्रे बॉक्स नीचे गिर गया और नीचे ही कुछ छात्र टहल रहे थे परंतु उन लोगों को किसी भी प्रकार का कोई चोट नहीं लगी, लेकिन बांग्लादेशी छात्र ने हम तीन लोगों के खिलाफ बीएचयू सुरक्षा अधिकारी कार्यालय में लिखित शिकायत की। मामला थाने पहुंचा। इसके बाद हम सभी छात्र बैठकर आपस में सुलह समझौता कर लिए। सुलह समझौता होने के बावजूद भी हम लोगों के हॉस्टल के वार्डन ने होली के दिन ही हम लोगों के रूम पर ताला जड़ दिया। इससे हम लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 

धरना पर बैठे नेपाली छात्र गौरव सिंह समेत अन्य ने बताया कि हम लोगों को बिना सूचना दिए हॉस्टल बंद कर दिया गया। हॉस्टल में ही हम लोगों का सारा सामान पड़ा हुआ था। इसके कारण काफी दिक्कत उठानी पड़ी। छात्रों ने उनका भी पक्ष सुनने की मांग की। चेताया कि जब तक उनका सस्पेंशन वापस लेकर कमरों में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी, तब तक आंदोलन जारी रखेंगे।