बीएचयू में पेड़ से टकराई बाइक, छात्र की मौत, दो अन्य गंभीर रूप से घायल 

बीएचयू परिसर स्थित होलकर भवन के पास शुक्रवार की देर रात बाइक पेड़ से टकरा गई। हादसे में एक छात्र की मौत हो गई। वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं घायल छात्रों का इलाज बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में कराया जा रहा है। 
 

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) परिसर में 12 दिसंबर 2025 की देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक छात्र की मौत हो गई, जबकि दो अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा रात करीब 1:30 बजे विश्वविद्यालय के होलकर भवन के पास हुआ, जिससे पूरे परिसर में शोक की लहर दौड़ गई।

मोटरसाइकिल पर सवार तीनों छात्र महिला महाविद्यालय की ओर से एलडी चौराहे की तरफ जा रहे थे। जैसे ही वे होलकर भवन के सामने पहुंचे, बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई और सड़क किनारे लगे आम के पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए और तीनों युवक उछलकर सड़क पर दूर जा गिरे।

हादसे की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोग मौके पर पहुंचे और तत्काल विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस को सूचना दी। गंभीर रूप से घायल छात्रों को तुरंत बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। इनमें सोनू सुथर, एमपीएड द्वितीय वर्ष (सत्र 2024-26), नामांकन संख्या 458912 की हालत अत्यंत गंभीर थी। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उन्हें मृत घोषित कर दिया। सोनू सुथर की मौत की खबर मिलते ही विश्वविद्यालय परिसर में शोक का माहौल बन गया। उनके सहपाठी और शिक्षक गहरे सदमे में हैं।

हादसे में घायल अन्य दो छात्रों में मनीष कुमार, बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबैंड्री, राजीव गांधी साउथ कैंपस (नामांकन संख्या 412301) और संतोष कुमार, बीपीएड द्वितीय वर्ष (नामांकन संख्या 478668) शामिल हैं। मनीष कुमार पूर्व छात्र हैं और डिग्री लेने के लिए परिसर आए हुए थे। दोनों छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं और उनका इलाज बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है, लेकिन वे चिकित्सकीय निगरानी में हैं।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दुर्घटना के समय मोटरसाइकिल की रफ्तार काफी तेज थी, जिससे चालक वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सका। सूचना मिलते ही लंका थाना पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन मौके पर पहुंचा। पुलिस ने मृतक छात्र के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और असंतुलन को हादसे की मुख्य वजह माना जा रहा है। घटना ने एक बार फिर विश्वविद्यालय परिसर में सड़क सुरक्षा और रात्रिकालीन यातायात नियंत्रण को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।