पिता की लाइसेंसी बंदूक से चली गोली से बेटे की गई जान, स्कूल जाने से पहले बंदूक से खेल रहा था शिवा 

मंडुवाडीह थाना के चांदपुर में गुरुवार की सुबह पिता की दो नाली बंदूक से चली गोली से घायल बेटे की इलाज के दौरान देर रात मौत हो गई। स्कूल जाने से पहले वह पिता की लाइसेंसी बंदूक से खेल रहा था। उसी दौरान फायर हो गया। परिजन उसे पहले मलदहिया सिंह मेडिकल लेकर गए। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा रहा। 
 

वाराणसी। मंडुवाडीह थाना के चांदपुर में गुरुवार की सुबह पिता की दो नाली बंदूक से चली गोली से घायल बेटे की इलाज के दौरान देर रात मौत हो गई। स्कूल जाने से पहले वह पिता की लाइसेंसी बंदूक से खेल रहा था। उसी दौरान फायर हो गया। परिजन उसे पहले मलदहिया सिंह मेडिकल लेकर गए। चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा रहा। 

गाजीपुर के प्रफुल्ल सिंह पिछले एक दशक से चांदपुर औद्योगिक आस्थान स्थित मकान में किराये पर सपरिवार रहते हैं। वह चांदपुर में ही बैंक आप बड़ौदा में सिक्योरिटी गार्ड हैं। प्रफुल्ल शुक्रवार की सुबह अपनी दो-नाली बंदूक लोड करने के बाद खाना खाने लगे। उसी दौरान उनके पुत्र प्रखल उर्फ शिवा (10 वर्ष) के हांथ से अचानक बंदूक से गोली चल गई और उसके पेट में जा लगी। तेज आवाज सुनकर परिजन दौड़े तो देखा कि प्रखल खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था। परिजन और पड़ोसियों ने उसे तुरंत मलदहिया स्थित सिंह मेडिकल में भर्ती कराया। 

चिकित्सकों ने उसकी हालत चिंताजनक देखते हुए बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। ट्रामा सेंटर के चिकित्सकों ने आपरेशन कर पेट से गोली निकाल दी, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। बेटे का शव देखकर मां निशा सिंह चीख पड़ी। पड़ोस की महिलाओं ने किसी तरह उन्हें संभाला। प्रफुल्ल को दो बेटे प्रखल और आठ वर्षीय नमन है। प्रखल पास के ही निजी स्कूल में कक्षा तीन का छात्र था। पुलिस के अनुसार खेलने के दौरान चली गोली से बालक घायल हुआ था। देर रात उसकी मौत हो गई। अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।