नगर निगम सदन की मीटिंग में गूंजा सीवर का मुद्दा, मेयर बोले, जलकल ने बर्बाद कर दिया शहर, नगर आयुक्त को जवाब-तलब का दिया निर्देश
वाराणसी। मेयर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में नगर निगम सदन की बैठक हुई। इसमें शहर में सीवर का मुद्दा गरमाया रहा। महापौर भी जलकल पर नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि जलकल ने पूरे शहर को बर्बाद कर दिया। उन्होंने नगर आयुक्त को जिम्मेदारी सौंपी कि जलकल महाप्रबंधक से लिखित में जवाब लें।
नगर निगम की टाउनहाल में आयोजित बैठक हंगामेदार रही। टाउनहाल में दोपहर 12:40 बजे मीटिंग शुरू हुई, जो शाम 6:45 बजे तक चलती रही। इस दौरान 13 प्रस्तावों पर चर्चा की गई। इस दौरान मेयर व पार्षदों के निशाने पर जलकल महाप्रबंधक रहे। ज्यादातर पार्षदों ने बताया कि सदन की पहले हुई बैठकों में तय मुद्दों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
मीटिंग में प्रमुख त्योहारों के दौरान 50 मीटर के दायरे में स्टील की रेलिंग लगाने के लिए सर्वे होगा। नगर निगम फंड की आवश्यकता के बारे में बताएगा। बुनकरों का गृहकर 100 फीसदी बढ़ा दिया गया। बंजदों और कुत्तों को पकड़कर कहां छोड़ा जा रहा, इसकी वीडियोग्राफी कराई जाएगी। शहर में ५० जगह ओपन जिम खुलेंगे।
मेयर ने जलकल विभाग से सवाल पूछा कि हर जोन में जलकल कर्मियों की नियुक्ति क्यों नहीं है। जोनल कार्यालयों में हुई जनसुनवाई का कोई ठोस परिणाम क्यों नहीं आया। सदन ने जो तय किया वह क्यों नहीं हुआ। पार्षदों की समस्याओं का समाधान क्यों नहीं होता, जलकल के इंजीनियर व कर्मी फोन क्यों नहीं उठाते। इस पर जलकल महाप्रबंधक ने जवाब दिया कि नए क्षेत्रों में सीवर लाइन डाली जा रही है। मुख्य लाइनों की तरह ही ब्रांच लाइनों की भी सफाई कराई जा रही है। अब उपकरणों की मदद से सफाई कराई जा रही है। नव विस्तारित इलाकों में नई सीवर लाइन डालने का प्रस्ताव, शिकायत का समाधान करा रहे हैं।