वाराणसी में स्कूल वाहन पलटा, चालक की लापरवाही से बच्चों की जान खतरे में, चीख-पुकार सुन दौड़े ग्रामीण

 
वाराणसी। बड़ागांव थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह एक स्कूल वाहन दुर्घटना का शिकार हो गया। प्रयागपुर नोनौटी बस्ती के पास यह हादसा उस वक्त हुआ जब चालक की लापरवाही से स्कूल वाहन सड़क से फिसलकर धान के खेत में पलट गया। गाड़ी में कक्षा 1 से 5 तक के छह विद्यार्थी सवार थे। दुर्घटना के बाद बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला। सौभाग्य से सभी बच्चे मामूली रूप से घायल हुए और कोई बड़ी चोट नहीं आई। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, शास्वत पब्लिक स्कूल पुआरी खुर्द की एक मैजिक गाड़ी रोज की तरह मंगलवार सुबह बच्चों को उनके घरों से विद्यालय ले जा रही थी। इस दौरान, ड्राइवर की लापरवाही के कारण गाड़ी नियंत्रण खो बैठी और सड़क किनारे धान के खेत में जा पलटी। घटना के बाद गाड़ी में बैठे बच्चों की आवाजें सुनकर नजदीकी ग्रामीण तुरंत घटना स्थल पर पहुंचे और गाड़ी में फंसे बच्चों को बाहर निकालने में मदद की। 

गाड़ी में बैठे बच्चों में कृष्णा प्रजापति, युवराज चौहान, नैसी चौहान, रौनक और आशीष जैसे बच्चे शामिल थे, जिन्हें दुर्घटना में मामूली चोटें आईं। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची और वाहन को बाहर निकलवाया। इसके बाद वाहन को फिर से विद्यालय भेज दिया गया। 

इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन और वाहन चालक पर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि चालक ने वाहन को लापरवाही से चलाया, जिससे यह हादसा हुआ। उनका मानना है कि बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रबंधन को और सतर्कता बरतनी चाहिए, खासकर जब छोटे बच्चे रोज स्कूल वाहन से सफर करते हैं। इस घटना के बाद क्षेत्र में बच्चों की सुरक्षा को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है, जहां माता-पिता स्कूल वाहन की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर सवाल उठा रहे हैं।

ऐसी घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि बच्चों को स्कूल ले जाने वाले वाहनों के लिए सख्त नियम और सुरक्षा मानक लागू किए जाने चाहिए। स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ऐसे ड्राइवरों को नियुक्त करें जो जिम्मेदार और अनुभवी हों। साथ ही, स्कूल वाहनों की नियमित जांच और मेंटेनेंस भी अनिवार्य किया जाना चाहिए ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।