Sawan 2025 : सावन का चौथा सोमवार, काशी पुराधिपति के दर्शन को लगी भक्तों की कतार, बाबा का रुद्राक्ष श्रृंगार
वाराणसी। सावन के चौथे सोमवार को काशी पुराधिपति के दर्शन के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह मंगला आरती के साथ ही मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए। हजारों श्रद्धालुओं की कतारें मैदागिन से गोदौलिया तक लगी हैं। हर-हर महादेव के उद्घोष से वातावतरण गुंजायमान हो रहा है। बाबा विश्वननाथ का रुद्राक्ष श्रृंगार किया जाएगा। दर्शन-पूजन का क्रम देर रात शयन आरती तक चलता रहेगा।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार का आरम्भ प्रातः कालीन बेला में भगवान श्री काशी विश्वनाथ की मंगला आरती के साथ श्रद्धापूर्वक किया गया। आरती के उपरांत धाम के बाहर मैदागिन एवं गोदौलिया की तरफ पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं पर श्री कोविलूर स्वामी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, डिप्टी कलेक्टर, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, नायब तहसीलदार, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर व अन्य वरिष्ठ अधिकारीगणों/कार्मिकों की उपस्थिति में पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया।
श्रद्धालुओं की भीड़ को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रशासन ने छह प्रमुख द्वार बनाए हैं, जिससे दर्शन व्यवस्था को सहज बनाया गया है। साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा सभी आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित किया जा रहा है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से मंदिर परिसर और आस-पास के क्षेत्र को ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से निगरानी में रखा गया है। जल पुलिस, एनडीआरएफ और अन्य सुरक्षाबल भी मुस्तैद हैं। गंगा नदी चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही है, जिस कारण घाटों पर स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। श्रद्धालु गंगा स्नान किए बिना सीधे कतारबद्ध होकर बाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं।
कावड़ियों के लिए विश्राम व्यवस्था
प्रयागराज से आने वाले कावड़ियों की सुविधा के लिए हर 5 किलोमीटर पर पुलिस चौकी और विश्राम स्थल बनाए गए हैं, ताकि कोई भी कांवरिया थकान होने पर वहां विश्राम कर सके।
नो व्हीकल जोन घोषित
धाम की ओर जाने वाले समस्त मार्गों को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। किसी भी वाहन को मंदिर क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई है।
वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल, एडीसीपी सरवणन टी, एसीपी डॉ. अतुल अंजान त्रिपाठी स्वयं मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
बाबा विश्वनाथ के दर्शन को लगी भक्तों की कतार ....