Sawan 2024 : आम भक्तों के साथ होगी कांवड़ियों की कतार, विश्वनाथ मंदिर में नहीं ले जा सकेंगे कांवड़
- डाक बम को सीधे प्रवेश, अलग होगी डाक बम कांवड़ियों की कतार
- सावन की तैयारी में जुटा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन, बनी रणनीति
- भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर में विशेष इंतजाम
- इस साल 22 जुलाई को सोमवार से शुरू हो रहा सावन मास, उमड़ेंगे भक्त
वाराणसी। इस साल 22 जुलाई को सोमवार के दिन से भगवान शिव को अतिप्रिय सावन मास की शुरूआत होगी। पहले ही दिन शिवभक्तों का रेला बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन और जलाभिषेक के लिए उमड़ेगा। ऐसे में मंदिर प्रशासन तैयारी में जुटा हुआ है। इस बार कांवड़िये भी आम श्रद्धालुओं के साथ कतार में नजर आएंगे, जबकि डाक बम को सीधे मंदिर में प्रवेश कराया जाएगा। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम में जुटा हुआ है।
कतार में लगे श्रद्धालुओं के लिए रहेगा इंतजाम
बाबा के दर्शन के लिए लाइन में लगे श्रद्धालुओं के लिए पानी, ओआरएस और पंखे आदि का इंतजाम किया जाएगा। ताकि गर्मी और धूप में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न होने पाए। भीड़ नियंत्रण के मद्देनजर मंदिर के अंदर जिगजैग बैरिकेडिंग कराई जाएगी। इससे सड़क पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन नहीं नजर आएगी।
डाक बम को सीधे प्रवेश
जल भर बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए पहुंचने वाले डाक बम को मंदिर में सीधे प्रवेश दिलाया जाएगा। इसके लिए मंदिर प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं। सावन में भीड़ को देखते हुए किसी को स्पर्श दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी, बल्कि उन्हें झांकी दर्शन ही करना होगा। बाहर से बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक की व्यवस्था भी कराई गई है।
आनलाइन रुद्राभिषेक, रुद्री पाठ और पूजन करा सकते हैं भक्त
सावन में बाबा विश्वनाथ के दरबार तक पहुंचने में असमर्थ श्रद्धालु आनलाइन बाबा का दर्शन-पूजन और रूद्राभिषेक करा सकते हैं। इसके लिए भी मंदिर प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं। मंदिर की वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से इसका इंतजाम कराया गया है। इस बार सावन में पांच सोमवार पड़ रहे हैं। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि सावन में भक्त बाबा का झांकी दर्शन ही कर सकेंगे। बाहर से ही जलाभिषेक की भी व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इंतजाम कराए गए हैं।