Sawan 2024 : तीसरे सोमवार को 3.6 लाख भक्त पहुंचे विश्वनाथ दरबार, बाबा ने अर्द्धनारीश्वर स्वरूप में दिया दर्शन
- शिव भक्तों का रेड कारपेट बिछाकर और फूल बरसाकर हुआ स्वागत
- बम-बम हुई काशी, देर रात तक गूंजता रहा हर-हर महादेव का उद्घोष
- बाबा के दर्शन को रविवार की रात से ही पहुंचने लगा शिव भक्तों का जत्था
वाराणसी। महादेव के प्रिय श्रावण मास के तीसरे सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। सोमवार की भोर से शुरू दर्शन और जलाभिषेक का क्रम देर रात तक चलता रहा। कुल 3.6 लाख भक्तों ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। बाबा विश्वनाथ ने भक्तों को अर्द्धनारीश्वर स्वरूप में दर्शन दिया। इस दौरान हर-हर महादेव का उद्घोष गूंजता रहा। भक्तों के स्वागत के लिए कारिडोर में रेड कापरेट बिछाई गई थी। वहीं अधिकारियों ने फूल बरसाकर उनका स्वागत किया।
सावन के तीसरे सोमवार को भूतभावन भगवान् शंकर के अर्धनारीश्वर स्वरुप का श्रृंगार बड़े ही दिव्यता व भव्यता के साथ हुआ। श्रावण मास के तीसरे सोमवार को शाम 6 बजे तक 2 लाख 49 हज़ार से अधिक भक्तों ने विशेश्वर के दरबार में हाज़िरी लगाई। वहीं मंदिर बंद होने तक यह संख्या बढ़कर 3.6 लाख पहुंच गई। सावन माह के 15 दिन में 27 लाख 58 हज़ार ( 22 जुलाई से 5 अगस्त शाम 6 बजे तक) से अधिक भक्त श्री काशी विश्वनाथ धाम में बाबा का आशीर्वाद ले चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम दर्शन का निर्देश दिया है।
रविवार रात से ही कतार में लगे भक्त
सोमवार को मंगला आरती के बाद बाबा का पट खुलते ही काशी हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंज उठी। रविवार रात से कतार में लगे भक्त महादेव की एक झलक पाने के बाद बम-बम बोल उठे। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि शाम 6 बजे तक 2 लाख 49 हज़ार 657 श्रद्धालुओं ने बाबा का दर्शन किया, जबकि सावन माह के शुरू होने की तारीख 22 जुलाई से 5 अगस्त तक 27 लाख 58 हज़ार 666 भक्तों ने बाबा के दर्शन किए हैं।
कई स्थानों से दर्शन करने आए श्रद्धालु
नीलकंठ के विशेष दिन सोमवार को देवाधिपति महादेव की नगरी काशी के सभी शिवालयों में बाबा को दुग्धाभिषेक करते और जलधार चढ़ाते हुए भक्त नज़र आ रहे थे। कांवड़ियों का केसरिया जत्था और भक्तों का हुजूम बाबा के दरबार की ओर शीश नवाने के लिए आगे बढ़ता दिख रहा था। बाबा के भक्त श्री विशेश्वर का अर्धनारीश्वर स्वरुप में हुए श्रृंगार का दर्शन पाकर निहाल हो गए। इस वर्ष सावन में 5 सोमवार पड़ रहा है। बाबा काशी विश्वनाथ का सभी सोमवार को उनके विभिन्न स्वरूपों में श्रृंगार किया जा रहा है।